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एनएच दो पर महाजाम में फंसे ट्रकों के बीच बनी मानव श्रृंखला

एनएच दो पर महाजाम में फंसे ट्रकों के बीच बनी मानव श्रृंखला

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 10:01 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:19 AM (IST)
एनएच दो पर महाजाम में फंसे ट्रकों के बीच बनी मानव श्रृंखला
एनएच दो पर महाजाम में फंसे ट्रकों के बीच बनी मानव श्रृंखला

दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे महाजाम का कुदरा में मानव श्रृंखला पर विपरीत असर देखने को मिला। इसके चलते प्रशासन द्वारा पूरी ताकत लगा देने के बावजूद मानव श्रृंखला को अखंडित नहीं रखा जा सका। प्रखंड में सबसे लंबे रूट में सड़क जाम में फंसे वाहनों की कतारों के बीच मानव श्रृंखला बनानी पड़ी। अनेक जगहों पर यह टूटी हुई दिखी। बताते चलें कि रविवार को जल जीवन हरियाली, नशा मुक्ति, दहेज मुक्त विवाह व बाल विवाह निषेध को लेकर मानव श्रृंखला का कुदरा प्रखंड में सबसे लंबा रूट एनएच दो यानी जीटी रोड पर पुसौली के शेखपुरवां मोड़ से खुर्माबाद नदी पुल तक था, जो 17 किलोमीटर की लंबाई में था। लेकिन जिले में कई दिनों से एनएच दो पर जाम के चलते रूट की सभी लेनों पर अनगिनत ट्रक व अन्य वाहन खड़े थे। प्रशासन व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा काफी मशक्कत के बावजूद जब एनएच दो का सड़क जाम हटाया नहीं जा सका तो कोशिश की गई कि कम से कम उत्तरी साइड की लेनों को खाली करा दिया जाए ताकि उस पर मानव श्रृंखला बनाई जा सके। लेकिन कुदरा प्रखंड में सकरी गांव से पूरब खुर्माबाद पुल स्थित जिले के रोहतास बॉर्डर तक वह भी संभव नहीं हो पाया। इसके चलते सकरी व पचपोखरी पंचायतों के इलाके में एनएच दो पर सड़क जाम में फंसे ट्रकों की कतारों के बीच ही मानव श्रृंखला बनानी पड़ी। सबसे तकलीफदेह बात यह रही कि मानव श्रृंखला का निर्माण करने वालों में अधिकांश स्कूली बच्चे थे, जिन्हें जाम में फंसे ट्रकों की कतारों के बीच उनके समानांतर खड़ा होकर मानव श्रृंखला का संकल्प पत्र पढ़ते देखा गया। इससे पहले मानव श्रृंखला के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार के नेतृत्व में काफी मेहनत से तैयारी की गई थी। प्रखंड में मानव श्रृंखला बनाने के लिए करीब 30,000 लोगों की जरूरत थी, लेकिन 40000 लोगों की सूची बनाई गई थी। कितु एनएच दो के महाजाम के आगे प्रशासन की तैयारी धरी रह गई। हालांकि मानव श्रृंखला बनाने के ऐन वक्त तक मोहनियां के एसडीएम शिव कुमार राउत, बीडीओ अशोक कुमार, अंचलाधिकारी राजीव सिंह, थानाध्यक्ष रणवीर कुमार व अन्य अधिकारी सड़क जाम हटाने की कोशिश करते देखे गए। कुदरा में मानव श्रृंखला में भाग लेने वालों में जिला पार्षद प्रतिनिधि धीरेंद्र प्रताप सिंह टुनटुन, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, प्रखंड प्रमुख मुकेश रावत, जदयू प्रखंड अध्यक्ष कुमार अशोक सिंह, पैक्स अध्यक्ष रवि कुमार राय, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रमोद सिंह, ज्योति राय, युवा भाजपा नेता कन्हैया राय, कामता पासवान, उपेन्द्र तिवारी, मनोहर राम, हासिम खां, रोहन कुमार सिंह आदि शामिल रहे। खास बात यह रही कि अनेक राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए पार्टी लाइन से ऊपर उठकर इसमें हिस्सा लिया, जिनमें कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह, राजद नेता पूर्व प्रखंड प्रमुख सुरेंद्र राम, सिपाही यादव आदि शामिल रहे। उपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जब अच्छे उद्देश्य से छोटे-छोटे बच्चे आगे आ सकते हैं तो हम क्यों पीछे रहते। कुदरा प्रखंड में जिन अन्य मार्गो में मानव श्रृंखला बनाई गई, उनमें सिलौंधा से डंगरी पुल तक एनएच 30 पर चार किलोमीटर लंबा रूट और कुदरा भभुआ पथ पर कझार घाट से कुदरा के भभुआ रोड मोड़ चौराहा तक तीन किलोमीटर लंबा रूट शामिल थे।

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