कैमूर का मजदूर सऊदी में हो रहा प्रताड़ित, वतन वापसी की गुहार
सऊदी अरब में मजदूरी करने गए चौथी पाल की वतन वापसी के लिए परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है। चौथी इसी साल 12 अगस्त को परदेस गए थे। आरोप है कि वहां उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा।
सऊदी अरब में मजदूरी करने गए चौथी पाल की वतन वापसी के लिए परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है। चौथी इसी साल 12 अगस्त को परदेस गए थे। आरोप है कि वहां उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा। कैमूर जिला अंतर्गत चैनपुर प्रखंड के ग्राम सिकंदरपुर में चौथी का घर है। परिजनों ने पहले एसपी दिलनवाज अहमद से मिलकर दरख्वास्त की। उन्होंने विदेश मंत्रालय व भारतीय उच्चायुक्त को पत्र लिखने की सलाह दी। बुधवार को पिता हरिवंश पाल ने विदेश मंत्रालय व भारतीय उच्चायुक्त को पत्र लिख कर चौथी पाल की मुक्ति की गुहार लगाई है। फिलहाल गांव में पत्नी आशा और दो बेटियां चौथी को याद कर जार-जार हैं। मोटी कमाई के लोभ में हो रही सांसत: बड़े भाई द्वारिका पाल पिछले चार वर्ष से सऊदी अरब में मजदूरी कर रहे। तीन माह पहले वे घर आए थे। मोटी कमाई के लिए चौथी पाल को भी वे सऊदी अरब भेज दिए। वहां आरार नामक जगह में उसे भेड़ चराने का काम मिला। द्वारिका पाल अभी गांव पर ही हैं। उधर परेशान चौथी ने किसी दूसरे के फोन से घर वापस बुला लेने का आग्रह किया है। हरिवंश पाल बता रहे कि सऊदी अरब में चौथी को काम देने वाला मंसूर है। उसे कमरे में बंद कर मंसूर प्रताड़ित कर रहा। वह पासपोर्ट, पैसा व दूसरे सामान छीन लिया है। द्वारिका पाल जहां काम करता है वहां से चौथी के भेड़ चराने वाली जगह तकरीबन आठ सौ किलोमीटर दूर है।