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नहीं बदला आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन का समय

कैमूर। जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर स्कूल संचालन के समय में परिवर्तन किया गया है। जो सुब

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 May 2018 05:54 PM (IST)Updated: Fri, 11 May 2018 05:54 PM (IST)
नहीं बदला आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन का समय
नहीं बदला आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन का समय

कैमूर। जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर स्कूल संचालन के समय में परिवर्तन किया गया है। जो सुबह छह बजे से लेकर दस बजे तक संचालित हो रहा है। वहीं शिक्षकों को विद्यालय में 11 बजे तक उपस्थित रहना है। लेकिन भीषण गर्मी में भी आंगनबाड़ी केंद्रों के समय में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। आंगनबाड़ी केंद्र सुबह नौ बजे से एक बजे तक संचालित होता है। बड़ी बात यह है की छह वर्ष के ऊपर के बच्चे विद्यालय में पढ़ने जाते हैं। तो उनके विद्यालय के समय में परिवर्तन हो गया है। लेकिन पांच वर्ष के नीचे के बच्चे जो आंगनबाड़ी में पढ़ रहें हैं उनके समय में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। वहीं विद्यालय के शिक्षक 11 बजे तक चले जाते हैं। लेकिन आंगनबाड़ी के सेविका व सहायिका को दोपहर एक बजे तक रहना पड़ता है। छोटे-छोटे बच्चे दोपहर में घर जाने को विवश हैं। बढ़ी गर्मी व चिलचिलाती धूप के बीच मासूम बच्चे पढ़ने आते है। बढ़ी गर्मी को देखते हुए अभिभावक अपने छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर नहीं जाने दे रहें हैं।

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क्या कहती है सीडिपीओ: अभी आंगनबाड़ी केंद्र को सुबह में संचालित करने के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं आया है। लेकिन अगर डीएम का निर्देश आया की सुबह में केंद्र संचालित की जाएगी।

- आभा कुमारी, सीडीपीओ

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इंसेट

टीकाकरण का आयोजन

संस भभुआ: भगवनपुर केंद्र संख्या तीन पर शुक्रवार को टीकाकरण का कार्यक्रम किया गया। वही मौके पर मौजूद देव कुमारी एवं सीमा ने टीकाकरण के महत्व को बताया। डेढ़ माह के बच्चों को पेंटा की सुई पांच जानलेवा बीमारी से बचाता है। मिजिल्स जो खेसरा से बचाव करता है वीसीजी व टीबी से बचाव करता है जो घातक बीमारी है। वहीं सेविका मंजूबाला देवी एवं सहायिका देवंती देवी ने बताया कि बच्चों को नौ से एक बजे तक रख पाना मुश्किल होता है। इसमें केवल तीन से छह साल तक के ही बच्चे पढ़ने आते हैं। बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि मेरा बच्चा बीमार हो जाता हैं। इसलिए बच्चे अब पढ़ने नहीं जाएंगे।


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