केवल कोरोना के गंभीर मरीजों को किया जाएगा रेफर
कैमूर। कोरोना संक्रमण के खिलाफ आज पूरा विश्व जंग लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से भी बिहार अछूता नहीं है। संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने सरकार के लिए अनेक चुनौतियां खड़ा कर दी है।
कैमूर। कोरोना संक्रमण के खिलाफ आज पूरा विश्व जंग लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से भी बिहार अछूता नहीं है। संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने सरकार के लिए अनेक चुनौतियां खड़ा कर दी है। ऐसा देखा जा रहा है कि जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज को सीधे डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर किया जा रहा है। इससे जिलों में बने आइसोलेशन सेंटर की उपयोगिता नहीं रह जा रही है और डेडिकेटेड कोरोना अस्पतालों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर ने पत्र द्वारा सिविल सर्जन को दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें बताया गया है कि विभाग को पूर्व में सूचित करने के बाद ही केवल गंभीर कोरोना मरीजों को डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर किया जाना है। जिले से सामान्य कोरोना पॉजिटिव को डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर करने की स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए डॉ. नवीन चन्द्र प्रसाद, निदेशक प्रमुख बिहार सरकार की अध्यक्ष्ता में तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है। सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेशन सेंटर में रखना सुनिश्चित करें। आइसोलेशन सेंटर में हो कोरोना मरीजों को रखने की पहल :
सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि बने आइसोलेशन सेंटर में ही कोरोना मरीजों को रखकर उनका उपचार किया जाएगा। अगर किसी मरीज की चिकित्सीय स्थिति गंभीर नजर आए तभी उक्त मरीज को डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में रेफर दिए गए दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए किया जाएगा। इससे कोरोना के लिए चिह्नित अस्पतालों पर दबाव कम होगा और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सुविधा मिल सकेगी।