इस गाढ़े वक्त में हिंदू ही मददगार बने मुस्लिमों के
कैमूर। चांद प्रखंड के पवरा गांव में शादी में शामिल होने आए दर्जनों मुस्लिम परिवार लॉकडाउन होने से फंसा हुआ है। पवरा गांव के हिदू परिवार उन सभी के लिए भोजन का इंतजाम कर रहे हैं।
कैमूर। चांद प्रखंड के पवरा गांव में शादी में शामिल होने आए दर्जनों मुस्लिम परिवार लॉकडाउन होने से फंसा हुआ है। पवरा गांव के हिदू परिवार उन सभी के लिए भोजन का इंतजाम कर रहे हैं। सांप्रदायिक सद्भाव का ऐसा नजारा बहुत कम ही देखने को मिलता है। लेकिन पवरा गांव में यह लॉकडाउन में रोज देखने को मिल रहा है। पवरा गांव में एक ही मुस्लिम परिवार है। बाकी सब हिदू परिवार रहते हैं। दोनों भाई नसीर मियां एवं पत्ता मियां के पुत्र की शादी में उत्तर प्रदेश से 25 की संख्या में रिश्तेदार आए थे। नसीर मियां के बेटा की शादी 14-15 मार्च को थी। इस शादी में शामिल होने के बाद आये हुए सभी रिश्तेदार 24 मार्च को पत्ता मियां के पुत्र की होने वाली शादी में शामिल होने के लिए रूक गए। 24 मार्च को होने वाली शादी के समय लॉकडाउन की घोषणा हो गई जिससे शादी नहीं हो पाई। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, इलाहाबाद, बनारस, भदोही आदि जिलों से आए 25 की संख्या में मुस्लिम परिवार पवरा में फंस गए। नसीर मियां एवं पत्ता मियां गरीब परिवार से हैं। लंबे समय से रूके इतने लोगों को भोजन खिलाने की सामर्थ्य इनमें नहीं थी। सभी रूके हुए मुस्लिम परिवारों को भोजन खिलाने की जिम्मेदारी हिदू परिवारों ने उठा ली। गांव के पुष्प कुमार सिंह, प्रदीप सिंह, निराला सिंह आदि सभी ग्रामीणों ने दिल खोलकर खाने पीने का व्यवस्था की और जब तक मुस्लिम परिवार गांव में रहेंगे उनके खाने-पीने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। बीते सोमवार से अघोर पीठ क्री कुंड अघोर शोध व सेवा संस्थान के द्वारा सभी परिवारों को मुफ्त भोजन कराया जा रहा है।