16 माह से अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था ठप
सदर अस्पताल भभुआ में बीते 16 माह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सदर अस्पताल भभुआ में बीते 16 माह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार सदर, सरकार लोगों के स्वास्थ्य के लिए सरकारी अस्पतालों में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही है। जिला मुख्यालय में स्थित सदर अस्पताल में सौ बेड की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन अन्य सरकारी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सद अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन शोभा की वस्तु बनी पड़ी हुई है, लेकिन इसका इंस्टॉलेशन अभी तक नहीं हो सका है। इसके चलते मरीजों को अल्ट्रासाउंड बाजार में खुले सेंटर में कराना पड़ रहा है। सदर अस्पताल में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को प्रसव जांच के लिए होती है। शनिवार को सदर अस्पताल में आए कई महिला मरीजों ने बताया कि अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही साथ काफी खर्च लग रहा है। लोगों की माने तो गांव से जांच कराने आई महिला व पुरुषों को सदर अस्पताल से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। क्या कहते हैं उपाधीक्षक: इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सेवा 16 माह से बंद है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन उपलब्ध है, लेकिन मशीन को चलाने वाले तकनीशियन के नहीं होने के कारण अल्ट्रासाउंड मशीन का संचालन नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कई समस्याओं के कारण अल्ट्रासाउंड की सेवा सदर अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल पा रही थी। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड की सेवा मरीजों को उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि मरीज सरकार की संचालित सभी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पूरी तरह से प्राप्त कर सकें।
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