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कैमूर में गरीबों को रोटी मुहैया करा रहा अनाज बैंक

कैमूर। कोरोना संकट के चलते हुए लॉकडाउन के लंबे खिंचने के आसार को देखते हुए अब लोग तरह-तरह की युक्ति सोचने लगे हैं। भभुआ जिले के चांद प्रखंड के किसानों ने एक अनूठी पहल शुरू की है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 09:57 PM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2020 06:11 AM (IST)
कैमूर में गरीबों को रोटी मुहैया करा रहा अनाज बैंक
कैमूर में गरीबों को रोटी मुहैया करा रहा अनाज बैंक

कैमूर। कोरोना संकट के चलते हुए लॉकडाउन के लंबे खिंचने के आसार को देखते हुए अब लोग तरह-तरह की युक्ति सोचने लगे हैं। भभुआ जिले के चांद प्रखंड के किसानों ने एक अनूठी पहल शुरू की है। निकट भविष्य में खाद्यान्न संकट की संभावना भांपकर प्रखंड के किसानों ने आपसी सहयोग से अनाज बैंक बना लिया है। यह बैंक गरीबों व असहाय लोगों को जरूरत पड़ने पर खाद्यान्न मुहैया करा रहा है। बैंक का निर्माण किसान मजदूर संघर्ष समिति की प्रेरणा से किसानों ने किया है। इसमें सहयोग के लिए आसपास के भी कई किसान राजी हुए हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा, कोरोना वायरस के संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए हुए लॉकडाउन से उत्पन्न समस्या को देखते हुए अनाज बैंक बनाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया, प्रखंड में बड़ी संख्या में विधवा, बुजुर्ग, दिव्यांग आदि ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो वक्त के खाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। सूचना मिलने पर रामपुर पथरा की असरफी कुंअर, मजगांई की मीना कुंअर, सहबाजपुर की जगरानी कुंअर, सौखरा के रमेश राम आदि को बैंक से अनाज दिया गया है। उन्होंने कहा, संगठन सदैव किसानों व मजदूरों की मदद के लिए तत्पर है। समिति की प्रेरणा से ही किसान अनाज बैंक में अन्न देने को राजी हुए हैं। इन किसानों का समिति के सदस्यों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। समिति के कार्यकर्ता पंचायत के हर गांव में हैं। उन्हीं के सहयोग से बैंक संचालित हो रहा है। इस बैंक से लॉकडाउन के दौरान किसी पंचायत का कोई व्यक्ति खाद्यान्न के लिए परेशान नहीं होगा। जरूरतमंद लोगों की जानकारी मिलते ही उसके खाने-पीने की व्यवस्था बैंक से कराई जाएगी। बैंक से जुड़े प्रत्येक किसान से लिया जा रहा 50 किग्रा अनाज :

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अनाज बैंक में अनाज जमा करना और जरूरतमंद के यहां पहुंचाने के लिए नियम बने हैं। अनाज देने के लिए किसानों की सूची बनती है। फिर उनसे 50 किग्रा तक अनाज लिया जाता है। समिति के प्रखंड समन्वयक अर्जुन सिंह कुशवाहा कहते हैं, पंचायत में नियुक्त समिति के नोडल पदाधिकारी किसानों की सूची बनाते हैं। किसान फार्म भरते हैं और हस्ताक्षर कर समिति के यहां जमा करते हैं। बैंक में जमा राशन देश के किसी भी कोने में आपदा के समय भेजा जाएगा। फिलहाल, अनाज बैंक चांद प्रखंड में ही सक्रिय है। बैंक में 120 किसानों के सहयोग से 60 क्विंटल अनाज जमा हुआ है। बैंक में इन किसानों ने अनाज देकर किया सहयोग : बैंक में अनाज देने वाले किसान लगातार बढ़ रहे हैं। कई किसानों ने फोन करके अनाज दिया है। दान करने वाले किसानों में अशोक कुमार सिंह गांव गेहुंआ, श्याम बिहारी सिंह कुशवाहा भरारी, अनिल सिंह प्रमुख बढाडी, भिखारी सिंह बसहा, अमरनाथ पासवान मुखिया भरारी कला, गजाधर साह भरारी, श्यामनारायण यादव गेहुंआ, मंगल खरवार बढहडिया आदि शामिल हैं। वहीं पवरा गांव के अवधेश कुमार सिंह ने पुणे से फोन कर 50 किग्रा चावल, केकढा गांव के शमशेर बहादुर सिंह ने मुंबई से फोन कर 50 किग्रा चावल व भरुहियां के गुड्डू सिंह ने फोन कर 50 किग्रा चावल दिया है।


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