सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था के नहीं है पुख्ता इंतजाम
कैमूर। जिले की सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। किसी भी विद्यालय
कैमूर। जिले की सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। किसी भी विद्यालय में पुख्ता इंतजाम नहीं है। लोगों की माने तो जिले के प्राथमिक विद्यालय से लेकर हाई स्कूल के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई पहल अब तक नहीं दिखाई दे रही है। विगत वर्षो में सरकार के आदेशानुसार जिन विद्यालयों में कंप्यूटर सिस्टम लगे हैं और पढ़ाई हो रही है। वहां नाइट गार्ड बहाल किए जाने को लेकर इसकी जिम्मेवारी विद्यालय शिक्षा समिति को दी गई है। स्कूलों से जुड़े दस्तावेज, कंप्यूटर रूम व प्रयोगशाला की सुरक्षा काफी जरूरी है लेकिन रात्रि प्रहरी नहीं होने के कारण विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिंह खड़े हो रहे हैं। रात्रि प्रहरी नहीं होने के कारण जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में अक्सर चोरी की घटनाएं होती रहती है। बता दे कि नगर स्थित टाउन स्कूल में कंप्यूटर चोरी की घटना पूर्व में हो चुकी है। उसके बावजूद भी सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था नहीं की गई है। जानकारी के अनुसार जिले में फिलहाल 80 स्कूलों में नियमित रूप से कंप्यूटर की पढ़ाई की जा रही है। लेकिन इसके बावजूद भी सुरक्षा को लेकर विद्यालय प्रबंधन गंभीर नहीं है। विद्यालयों में रात्रि प्रहरी की जिम्मेदारी आदेशपाल कहीं-कहीं निभा रहे हैं। सरकार के निर्देशानुसार जिन स्कूलों में रात्रि प्रहरी नहीं है उन स्कूलों में 15 सौ रुपए प्रतिमाह पर रात्रि प्रहरी रखने का अधिकारी विद्यालय शिक्षा समिति को दिया गया है। फिलहाल जिले के अधिकतर प्लस टू स्कूलों में रखे गए दस्तावेजों व उपकरणों की सुरक्षा व्यवस्था आदेश पाल निभा रहे हैं।