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खरीफ महोत्सव में किसानों की भीड़, उपादान का वितरण नहीं

खरीफ अभियान 2019 के तहत गुरुवार को कुदरा प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रखंड स्तरीय खरीफ महोत्सव सह उपादान वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 May 2019 10:06 PM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 10:06 PM (IST)
खरीफ महोत्सव में किसानों की भीड़, उपादान का वितरण नहीं
खरीफ महोत्सव में किसानों की भीड़, उपादान का वितरण नहीं

खरीफ अभियान 2019 के तहत गुरुवार को कुदरा प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रखंड स्तरीय खरीफ महोत्सव सह उपादान वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी के साथ जिले के विभिन्न प्रखंडों में बारी बारी से अलग-अलग दिन आगामी 9 जून तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव की शुरुआत हो गई। कुदरा में आयोजित कार्यक्रम में किसानों की भीड़ खूब देखने को मिली, लेकिन लिखित घोषणा के बावजूद उपादान का वितरण नहीं किया गया। जिसके चलते किसानों में असंतोष देखा गया। कार्यक्रम के औपचारिक समापन से पहले अधिकांश किसान जा चुके थे।

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किसानों का कहना था कि पोस्टर, बैनर आदि पर योजनाओं के बारे में जो घोषणा की जाती है उसका धरातल पर लाभ नहीं मिल रहा है। केवढ़ी गांव के चुनमुन सिंह, कर्णपुरा के राकेश कुमार सिंह आदि अनेक किसानों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें सरकार द्वारा घोषित अनुदान नहीं मिल पा रहा है। साथ ही बीजों व कृषि यंत्रों के लिए बाजार में काफी अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। वहीं, स्थानीय कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मियों का कहना था कि किसानों में जागरुकता का अभाव है। वे प्रशिक्षण शिविरों में सिर्फ जलपान तक रुकते हैं। पूरा प्रशिक्षण लेने की जरूरत भी नहीं समझते। इससे पहले कृषि प्रौद्योगिकी व प्रबंध अभिकरण (आत्मा) के परियोजना निदेशक श्याम बिहारी सिंह, उपनिदेशक नवीन कुमार सिंह व प्रखंड प्रमुख सुरेंद्र राम के नेतृत्व में प्रखंड स्तरीय खरीफ महोत्सव कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया गया। इस दौरान पूर्व प्रखंड प्रमुख गिरिजेश सिंह, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष राजू सिंह, जिला पार्षद प्रतिनिधि उमाशंकर सिंह, बीडीसी सदस्य आनंद कुमार सिंह, श्रीकांत सिंह, मुखिया मोहन सिंह, सुदर्शन सिंह, लाल सिंह आदि सहित कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान कृषि वैज्ञानिक सुरेंद्र सिंह, डॉ. मनीष कुमार व कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को खरीफ फसल प्रभेदों व प्रविधियों के बारे में उपयोगी जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि प्रखंड में 51 एकड़ में श्रीविधि धान, 23 एकड़ में तनावरोधी प्रभेदों, 70 एकड़ में जीरोटिलेज तथा 23 एकड़ में पैडी ट्रांसप्लांटर से धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है। इन योजनाओं में सरकार द्वारा प्रति एकड़ 36 सौ रुपये का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 10 वर्ष से कम पुराने प्रभेदों पर प्रति किलो 20 रुपये तथा उससे अधिक पुराने प्रभेदों पर प्रति किलो 15 रुपये का अनुदान दिया जाने वाला है। हालांकि उपादान वितरण किस तिथि को किया जाएगा इस बारे में वे स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि डीलरों के यहां अभी उपादान उपलब्ध नहीं है। उनकी उपलब्धता के बाद वितरण किया जाएगा।

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