चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई को निदेशक ने डीएम को लिखा पत्र
पेज दो की लीड- फोटो नंबर- 01 - पूर्व में सात बार चिकित्सक के विरुद्ध हो चुकी है कार्रवाई - विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में बीते दिनों बच्ची की हुई मौत के बाद कई कर्मियों पर गिर सकती है गाज जासं भभुआ विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में प्रतिनियुक्त चिकित्सक डॉ प्रेम शंकर सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में प्रतिनियुक्त चिकित्सक डॉ प्रेम शंकर सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक संतोष कुमार चौधरी ने डीएम डॉ. नवल किशोर को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि नौ नवंबर को संस्थान में पल रही बच्ची अनुप्रिया की मौत एवं संस्थान के बच्चों के स्वास्थ्य के देखभाल के प्रति प्रतिनियुक्त चिकित्सक डॉ प्रेम शंकर सिंह द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस संबंध में 13 नवंबर को उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। लेकिन उनके द्वारा अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। यह मनमानेपन एवं कर्तव्यहीनता को दर्शाता है। संस्थान में सप्ताह में दो दिन के लिए चिकित्सक आकर महज खानापूर्ति कर चले जाते हैं। इनका बच्चों के प्रति कोई न संवेदना है और न ही अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदारी। बच्चों को गोद देने के लिए गठित दत्तक ग्रहण संस्थान समिति तथा संस्थान के गृह प्रबंधन समिति की बैठक में भाग भी नहीं लेते हैं तथा भाग लेने से साफ मना कर देते हैं। जबकि चिकित्सक उक्त दोनों समिति के सदस्य भी हैं। इनके द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति बरती जा रही घोर लापरवाही मनमानेपन तथा आदेशों की अवहेलना के कारण इनके विरुद्ध पूर्व में भी कार्रवाई की गई है। जानकारी के अनुसार विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान व सिविल सर्जन कैमूर के स्तर से पूर्व में सात बार चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। लेकिन इनके कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आ रहा है तथा इनकी लापरवाही व संवेदना की वजह से बच्ची अनुप्रिया को भी अपना जीवन खोना पड़ा। निदेशक ने डीएम से उक्त चिकित्सक के स्थान पर किसी अन्य चिकित्सक की नियुक्ति करने की मांग की है। बता दें कि प्रेम शंकर सिंह का मूल पदस्थापन अनुमंडलीय अस्पताल मोहनियां में है तथा विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में प्रतिनियुक्ति पर हैं।