रोजगार देकर गरीब व असहाय महिलाओं को सशक्त बना रही जीविका
जिले के विभिन्न पंचायतों की चार महिलाओं को खुलवाई गई दुकानें - सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत जीविका महिलाओं को दे रहा रोजगार जासं भभुआ जिले की वैसी महिलाएं जो अपनी मेहनत से कुछ करने की इच्छा रखती हो उनके लिए जीविका कई योजनाएं चला रही है।
जिले की वैसी महिलाएं जो अपनी मेहनत से कुछ करने की इच्छा रखती हो उनके लिए जीविका कई योजनाएं चला रही है। इससे आज न सिर्फ जिले की महिलाओं को रोजगार मिल रहा है बल्कि वे पूरे परिवार के भरण पोषण में अपना भरपूर सहयोग कर रही हैं। इससे पुरुष वर्ग पर आर्थिक बोझ भी कम हुआ है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा कर जीविका उनके जीवन स्तर को भी एक सामान्य स्थिति में लाने का प्रयास कर रही है। कभी मेहनत मजदूरी कर अपने व अपने बाल-बच्चों की परवरिश काफी परेशानी के बीच करती थी आज वे महिलाएं दुकान से अच्छी आमदनी कर हर सुख सुविधा अपने बच्चों को उपलब्ध करा रही है। जिले के भभुआ प्रखंड अंतर्गत दो पंचायतों की चार महिलाओं को जीविका द्वारा सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत दुकान खुलवाई गई है। इसमें किराना व श्रृंगार की दुकानें शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार महुआरी पंचायत के बरहुली गांव की गुलतारा कुंअर को श्रृंगार की दुकान खुलवाई गई। गुलतारा कुंअर के पति नहीं है। इनके दो लड़का व एक लड़की है। इसके चलते इन्हें अपने परिवार के भरण पोषण में काफी परेशानी होती थी। मेहनत मजदूरी कर किसी तरह ये अपने संतानों की पेट पाल रही थी। कमल जीविका महिला ग्राम संगठन के द्वारा इन्हें श्रृंगार की दुकान खुलवाई गई। इसके अलावा जमुना कुंअर को भी श्रृंगार की दुकान खुलवा कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। जमुना कुंअर आनंद जीविका स्वयं सहायता से जुड़ी हुई हैं। वहीं रूपपुर पंचायत के हरिहरपुर गांव की लक्ष्मीना देवी की भी स्थिति काफी खराब थी। इनके पास कोई जीविकोपार्जन का साधन नहीं था। तब इन्हें लीची जीविका स्वयं सहायता समूह से जोड़ कर श्रृंगार की दुकान खुलवाई गई। आज यह अपनी दुकान चला कर अपने परिवार को अच्छी सुविधा दे रही हैं। वहीं रूपपुर पंचायत के ही गोराईपुर गांव की बचानी कुंअर जो आनंद जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं इन्हें किराना की दुकान खुलवाई गई है। बचानी कुंअर मजदूरी कर अपना जीविकोपार्जन कर रही थी। जागृति जीविका महिला ग्राम संगठन के द्वारा इनको किराना की दुकान खोलवा कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। इस संबंध में नोडल पदाधिकारी विकास कुमार ने कहा कि जीविका गरीब व असहाय महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। महिलाओं को रोजगार के लिए राशि भी दी जा रही है। ताकि कोई परेशानी नहीं हो। महिलाएं रोजगार से पहले की अपेक्षा आज सामान्य स्थिति में जीवन जी रही हैं।