क्वारंटाइन सेंटर के खर्च का लेखा-जोखा करें संधारित: डीएम
कोरोना वायरस से बचाव के उद्देश्य किए गए लॉकडाउन में बाहर से आने वाले प्रवासियों को रखने
कोरोना वायरस से बचाव के उद्देश्य किए गए लॉकडाउन में बाहर से आने वाले प्रवासियों को रखने के लिए जिले में क्वारंटाइन सेंटर की स्थापना की गई। ताकि लोगों को इस वैश्विक महामारी से बचाया जा सके। जिला प्रशासन की देखरेख में संचालित क्वारंटाइन सेंटरों पर आपदा विभाग द्वारा क्वारंटाइन किए गए लोगों के लिए भोजन व आवासन के साथ अन्य व्यवस्थाओं पर काफी राशि खर्च की जा रही है। मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से सभी सीओ के साथ क्वॉरंटाइन सेंटर पर आपदा विभाग द्वारा किए जा रहे है खर्च के संबंध में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने सभी सीओ को निर्देश दिया कि क्वारंटाइन सेंटरों पर खर्च की जा रही राशि का लेखा-जोखा संधारित करें।
बता दें कि कैमूर जिले में देश के विभिन्न प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों को रखने के लिए प्रखंड, पंचायत व ग्राम स्तर पर क्वारंटाइन सेंटरों की स्थापना की गई है। ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके और लोग इसकी चपेट में नहीं आए। आपदा विभाग द्वारा क्वारंटाइन सेंटरों पर रखे गए प्रवासियों को उनके दैनिक उपयोग में आने वाली सभी सामग्री को उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही भोजन नाश्ता की बेहतर व्यवस्था की गई है। गुणवत्तापूर्ण भोजन की मॉनीटरिग के लिए पदाधिकारियों की टीम का गठन किया गया है। इस मौके पर अपर समाहर्ता सुमन कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी कुमार विनोद, वरीय उपसमाहर्ता अमरेश कुमार अमर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।