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अधिवक्ताओं ने शोकसभा कर न्यायालय में नहीं किया कार्य

जासं भभुआ जिला अधिवक्ता संघ भवन में गुरुवार को अधिवक्ता जाहिद हुसैन खां के निधन पर शोकसभा आयोजित की गई। शोक सभा आयोजित करने के साथ अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य भी नहीं किया। शोकसभा की अध्यक्षता सं

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 05:22 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 05:22 PM (IST)
अधिवक्ताओं ने शोकसभा कर न्यायालय में नहीं किया कार्य
अधिवक्ताओं ने शोकसभा कर न्यायालय में नहीं किया कार्य

जिला अधिवक्ता संघ भवन में गुरुवार को अधिवक्ता जाहिद हुसैन खां के निधन पर शोकसभा आयोजित की गई। शोक सभा आयोजित करने के साथ अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य भी नहीं किया। शोकसभा की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष दिलीप सिंह व संचालन महासचिव ओम प्रकाश ने किया। शोकसभा में अधिवक्ताओं ने जाहिद हुसैन खां के जीवन पर प्रकाश डाला। अधिवक्ताओं ने कहा कि 56 वर्ष तक उन्होंने वकालत की। वे वर्ष 1963 में जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य बने। अपने जीवन काल के दौरान सभी लोगों से उनका व्यवहार काफी अच्छा था। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखा। बता दें कि अधिवक्ता जाहिद हुसैन खां का निधन दिल्ली के एक अस्पताल में हुआ। जहां से शव उनके आवास नगर के वार्ड नंबर दस में लाया गया। शव को लाए जाने की सूचना पर कई अधिवक्ताओं ने आवास पर पहुंच कर उनके स्वजनों को ढांढस बंधाया। शोकसभा में संयुक्त सचिव मंटू पांडेय, वाहिद खां, रमेश चंद्र सिंह, मो. कलीम जी, दुर्गा प्रसाद, शमशाद खां, अनिल कुमार, श्याम बिहारी प्रसाद, अजित कुमार, नेशार अंसारी, आशकरण सिंह, प्रदीप पांडेय, अशोक कुमार सिंह, प्रमोद, राजा तिवारी, विपुल राय, परमहंस पांडेय, शशि कुमार, अतुल तिवारी, गिरिद्र कुमार सिंह, सुरेंद्र पांडेय, सत्येंद्र सिंह, अजित सिंह, प्रहलाद सिंह, धर्मेंद्र त्रिपाठी, नरेंद्र सिंह सहित अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।

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