पॉकेट खर्च से कंबल खरीद गरीबों को ठंड से बचा रहे युवा
आपस में पैसे एकत्रित कर गरीबों में बांट रहे कंबल - नगर में भ्रमण कर जरूरतमंदों की कर रहे मदद जासं भभुआ हाड़ कंपाने वाली ठंड से जन जीवन प्रभावित है। भभुआ नगर के चौक-चौराहों पर इसी ठंड में कांप रहे गरीबों पर अब तक किसी
हाड़ कंपाने वाली ठंड से जन जीवन प्रभावित है। भभुआ नगर के चौक-चौराहों पर इसी ठंड में कांप रहे गरीबों पर अब तक किसी की नजर नहीं पड़ी। यदि पड़ी भी तो सिर्फ खानापूर्ति हुई। लेकिन नगर के कुछ युवाओं ने चौक-चौराहों पर ठंड से कांप रहे हर गरीब को कंबल देकर प्रशासन सहित समाजसेवियों की आंख खोल कर रख दी। नगर के युवा पंकज पांडेय, आकाश तिवारी, राहुल तिवारी, अवनिश कुमार, पीयूष पांडेय ऐसे युवा हैं जो यह पुण्य का कार्य कर रहे हैं। ये युवा घर से पॉकेट खर्च के लिए मिली राशि को एक जगह एकत्र कर कंबल खरीदते हैं। इसके बाद गरीबों के बीच बांटते हैं। वो भी कोई अपने यहां बुला कर नहीं बल्कि भभुआ नगर के चौक-चौराहों पर ऐसे गरीबों को खोज कर। इससे गरीबों को ठंड से राहत मिल रही है। पंकज पांडेय ने बताया कि सभी साथी यह कार्य इस उद्देश्य से नहीं करते कि कंबल बांटकर या खाना देकर नाम कमाना है। बल्कि यह उद्देश्य है कि जरूरतमंद की सेवा करें। इसी भावना को लेकर हम सभी साथी आपस में पैसा एकत्रित कर कंबल खरीदते हैं। इसके बाद जरूरतमंदों के बीच रात में निकल कर जगह-जगह वैसे स्थानों पर पहुंचते हैं जहां गरीब लोग रहते हैं। लोगों को चिह्नित करते हैं, जो लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं वैसे जरूरतमंदों को हम सभी साथी मिलकर कंबल देते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक एकता चौक, बस स्टैंड, अखलासपुर पोखरा, शेबरी बस्ती में पहुंच कर जरूरतमंदों को कंबल का वितरण किया गया है। इन लोगों द्वारा अपने-अपने घरों से खाना लेकर गरीबों के बीच बांटने का भी काम काफी समय से किया जा रहा है। युवाओं का कहना है कि समाज के वैसे लोग जो आर्थिक रूप से संपन्न है वे असहाय व गरीबों की मदद के लिए आगे आएं। बता दें कि बीते कुछ दिनों से कड़ाके की पड़ रही ठंड व शीतलहर के बीच नगर के कई स्थानों पर रह रहे गरीब लोग प्रशासन व समाजसेवियों की ओर उम्मीद लगा कर बैठे हैं कि कोई उनकी मदद के लिए आगे आएगा। सरकारी स्तर पर अभी कंबल वितरण की प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है और अब तक कोई समाजसेवी इस दिशा में पहल नहीं किया। ऐसे में युवाओं द्वारा उठाए गए इस कदम की सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं।