Move to Jagran APP

भगवानपुर में पांच पुराने व दो नए बने पैक्स अध्यक्ष

भगवानपुर में पांच पुराने व दो नए बने पैक्स अध्यक्ष

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 05:28 PM (IST)
भगवानपुर में पांच पुराने व दो नए बने पैक्स अध्यक्ष
भगवानपुर में पांच पुराने व दो नए बने पैक्स अध्यक्ष

पैक्स चुनाव के अंतर्गत दूसरे चरण में हुए मतदान की मतगणना गुरुवार को संपन्न हो गई। भगवानपुर प्रखंड में सात पंचायतों की मतगणना शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। जिसमें दो नए व पांच पुराने पैक्स अध्यक्ष निर्वाचित हुए। सभी पैक्स अध्यक्षों को निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ मयंक कुमार सिंह ने   प्रमाण पत्र दिया। विजय पाने वाले पैक्स अध्यक्षों में पंचायत जैतपुर कला के राम केश्वर सिंह ने तीसरी बार अपने प्रतिद्वंदी महेश साह को 285 मत से पराजित किया। वहीं कसेर पंचायत के नए पैक्स अध्यक्ष अरुण सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी संतोष कुमार सिंह को 361 मत से पराजित किया। टोडी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष बृजमोहन सिंह उर्फ शंभू सिंह तीसरी बार पैक्स अध्यक्ष बने। जो अपने प्रतिद्वंदी मृगेंद्र प्रताप सिंह उर्फ पिटू को 323 मत से पराजित किए तथा भगवानपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष उपेन्द्र पांडेय दूसरी  बार अध्यक्ष बने व अपने प्रतिद्वंदी राजकुमार साह को 640 मत से पराजित किए। पहड़ियां पंचायत के जितेंद्र यादव दूसरी बार अध्यक्ष बने व अपने प्रतिद्वंदी नन्हे प्रताप  को  233 मत से पराजित किए। सरैया पंचायत के उमेश दुबे जो वर्तमान में पंचायत के मुखिया पद पर भी हैं उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी जितेंद्र सिंह को 147 मत से पराजित कर दिया। पढ़ौती पंचायत के रामबली शाह दूसरी बार अध्यक्ष की कुर्सी पर बरकरार रहे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी छोटेलाल को 621 मत से पराजित कर विजयी हुए। बता दें कि पैक्स अध्यक्ष के विजयी होने के बाद  शुक्रवार को देश के अति प्राचीन आदि शक्ति के रूप में विख्यात माता मुंडेश्वरी मंदिर पहुंचे व दर्शन पूजन किया।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.