लॉकडाउन के बाद जिले के विभिन्न गांवों में आए 45 सौ लोग
कैमूर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन के बाद बाहर फंसे लोग अपने घर आए। इसमें कुछ दूसरे प्रदेश के तो कुछ विदेश से भी आए। अब ऐसे लोगों को जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित करा कर उनकी जांच कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कैमूर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन के बाद बाहर फंसे लोग अपने घर आए। इसमें कुछ दूसरे प्रदेश के तो कुछ विदेश से भी आए। अब ऐसे लोगों को जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित करा कर उनकी जांच कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इधर मंगलवार और बुधवार दो दिन में सदर अस्पताल में 106 लोगों की जांच की गई है जो दूसरे प्रदेश से आए हैं। जिसमें 81 लोगों की मंगलवार को व 25 लोगों की बुधवार को जांच हुई। इसमें जिले के अधौरा प्रखंड के बड़वान खुर्द व भगवानपुर प्रखंड के दुल्लहपुर व कसेर आदि गांवों के 18 लोग राजस्थान से आने वाले शामिल हैं। ये लोग मात्र कुछ दूर ट्रक से चले। इसके बाद शेष दूरी पैदल चलकर मंगलवार की दोपहर बाद कैमूर के बार्डर पर पहुंचे। जहां से उन्हें मिनी बस से जांच के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया। मामले की जानकारी होते ही सदर एसडीओ जनमेजय शुक्ला, एसडीपीओ अजय प्रसाद, थानाध्यक्ष रामानंद पांडेय, अंचलाधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव, अपर थानाध्यक्ष मनु प्रसाद व अस्पताल प्रबंधक ऋषिकेश कुमार आदि अस्पताल पहुंच गए। जांच के बाद सभी को आवश्यक सुझाव देकर देर शाम वाहन से घर को रवाना कर दिया गया।
सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के बाद जिले के विभिन्न गांवों में कुल 45 सौ लोग आए हैं। ये लोग अन्य प्रदेश या जिले से आए हैं। इसके अलावा 108 लोग विदेश से आने वाले चिह्नित किए गए हैं। जिनकी जांच कराने की प्रक्रिया जिले में शुरू कर दी गई है। साथ ही इनकी जांच कर जिले में बनाए गए 17 आइसोलेशन वार्ड में 14 दिन तक रखा जाएगा। इसमें भभुआ नगर में कुबेर होटल, डायमंड होटल, कोहिनूर होटल, पुष्पांजलि होटल, भूपेश गुप्त कॉलेज, एमपी कॉलेज, मुंडेश्वरी होटल, शिवाय होटल, कुदरा में दो, भभुआ व मोहनियां में छात्रावास, कर्पूरी छात्रावास, आरबीएस स्कूल, कस्तूरबा विद्यालय, उच्च विद्यालय कर्णपुरा व कल्याणपुर शामिल हैं। इस संबंध में एसीएमओ डॉ. मीना कुमारी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लगातार प्रयासरत है। विदेश से आने वालों को चिह्नित कर उनकी जांच कराई जा रही है।