नहीं हो सका नए मंडलकारा का पूरा कार्य
भभुआ जिला मुख्यालय स्थित मंडलकारा भवन का निर्माण के सभी कार्य निर्माण के लगभग आठ वर्ष व्यतीत होने के बाद भी अब तक पूरा नही हो सका।
भभुआ: जिला मुख्यालय स्थित मंडलकारा भवन का निर्माण के सभी कार्य निर्माण के लगभग आठ वर्ष व्यतीत होने के बाद भी अब तक पूरा नही हो सका। इसके चलते 357 क्षमता वाले पुराने मंडलकारा के दस वार्डो में फिलवक्त 852 बंदी है। गनीमत यह है कि सजायाफ्ता 32 बंदी के अतिरिक्त विचाराधीन बंदियों की संख्या में लगभग प्रति दिन कुछ न कुछ घटाव होता रहता है इससे किसी प्रकार कार्य चल रहा है। सूत्रों के अनुसार परसियां गांव के पास कुकुरनहिया नदी के किनारे वर्ष 2012-13 से चल रहे नए भवन निर्माण का कार्य कई एजेंसी द्वारा कराया जाता रहा है। परिमार्जित प्रस्ताव व एजेंसियों के कार्य करने की रफ्तार धीमी होने कारण वर्तमान समय में भी बिजली व पानी तथा सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े कई कार्य अभी होने बाकी हैं।
30 करोड़ की राशि हो चुकी खर्च:
अब तक इसके निर्माण पर लगभग तीस करोड़ से अधिक राशि खर्च हो चुकी है। फिलवक्त आधार भूत संरचना विभाग -आयडा- पटना के निर्देशन में कार्य चल रहा है। निर्माणाधीन मंडलकारा में 396 पुरूष व 30 महिला बंदी के रहने के लिए वार्ड व अस्पताल भवन का निर्माण हो चुका है। जेल के अधिकारियों व कक्षपालों के आवास का निमार्ण भी हो चुका है। कक्ष पालों के आवास के पास भूमि समतलीकरण का कार्य होना बाकी है। बिजली के लिए ट्रांसफार्मर लगवाया जा चुका है, लेकिन बिजली न रहने पर पावर के लिए जेनरेटर अभी तक नहीं उपलब्ध हो पाया है। प्रस्ताव प्रक्रिया में है। वायरिग का कार्य नहीं होने से बिजली आपूर्ति सिस्टम क्रियाशील नहीं है। पेयजल की व्यवस्था लगभग पूर्ण है कुछ जगह अलग से सिनटेक्स की टंकी लगाने का कार्य बाकी है। सुरक्षा में लगने वाले जवानों के बैरेक निर्माण का कार्य प्रक्रिया में है। जिले के आयडा एजेंसी के किसी पदाधिकारी का पता न चलने के कारण निर्माण कार्य कब पूरा होगा स्पष्ट नही हो सका। हालांकि इस संबंध में जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि वरीय पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में मंडलकारा का कार्य शीघ्र पूरा कराने के क्रम में प्राय: निरीक्षण व निर्देश दिए जा रहे हैं। दो तीन महीने में निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।