खतरनाक घाटों को चिह्नित कर गोताखोरों की होगी तैनाती
लोक आस्था के महापर्व छठ को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। अपर समाहर्ता ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि अंचल के अंतर्गत आने वाले सभी घाटों का निरीक्षण कर खतरनाक घाटों को चिह्नित करें। साथ ही गोताखोरों की अद्यतन सूची मोबाइल नंबर के साथ तीन दिनों के अंदर अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से आपदा प्रबंधन शाखा को उपलब्ध कराएं।
लोक आस्था के महापर्व छठ को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। अपर समाहर्ता ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि अंचल के अंतर्गत आने वाले सभी घाटों का निरीक्षण कर खतरनाक घाटों को चिह्नित करें। साथ ही गोताखोरों की अद्यतन सूची मोबाइल नंबर के साथ तीन दिनों के अंदर अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से आपदा प्रबंधन शाखा को उपलब्ध कराएं। ताकि छठ महापर्व पर आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से नदी, नहर एवं तालाबों के घाटों पर आवश्यकतानुसार गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति लाइफ जैकेट के साथ की जा सके। बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से प्रतिवर्ष छठ महापर्व पर सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाते है। सभी घाटों पर गोताखोरों के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से पुलिस जवानों की तैनाती की जाती है।