पोषण अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले होंगे पुरस्कृत
- प्रत्येक परियोजना से एक समूह को मिलेगा पुरस्कार - प्रत्येक समूह को मिलेगी 50 हजार रूपये की राशि - छह मापदंडों के आधार पर मिलेगा पुरस्कार जासं भभुआ पोषण अभियान में बेहतर योगदान करने वाले कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसको लेकर आइसीडीएस के निदेशक
पोषण अभियान में बेहतर योगदान करने वाले कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसको लेकर आइसीडीएस के निदेशक आलोक कुमार ने डीएम को पत्र लिखकर जानकारी दी है। पत्र में बताया गया है कि पोषण अभियान के तहत प्रत्येक परियोजना से एक समूह को जिला स्तर पर पुरस्कार दिया जाना है। जिसमें प्रोत्साहन के रूप में प्रत्येक समूह को 50 हजार रूपए की राशि दी जानी है। जानकारी के अनुसार समूह का चयन करने के लिए कुल छह मापदंड बनाए गए हैं। अलग-अलग मापदंडो के लिए अंक भी निर्धारित किए गए हैं। जिसमें गृह भ्रमण का 20 प्रतिशत, समुदाय आधारित गतिविधियों के अभिसरण के आयोजन का 15 प्रतिशत, ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के अभिसरण के साथ आयोजन (आइसीडीएस-केस डैशबोर्ड के अनुसार) का 15 प्रतिशत, टीकाकरण के लिए 15 प्रतिशत, कुपोषित बच्चों का पोषण पुनर्वास केंद्र में रेफर करने का 20 प्रतिशत एवं कोई विशेष उपलब्धि हासिल करने का 15 प्रतिशत अंक निर्धारित किया गया है।
पांच अधिकारीयों की चयन समिति का हुआ गठन:
पुरस्कार निर्धारित करने के लिए जिले में चयन समिति का भी गठन किया गया है। जिसमें जिलाधिकारी या उनके द्वारा नामित पदाधिकारी को अध्यक्ष, सिविल सर्जन को सदस्य, ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी को सदस्य, पंचायती राज के अधिकारी को सदस्य एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को सदस्य सचिव बनाया गया है।
प्रस्तावों की पहले होगी समीक्षा:
जिला के आइसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने बताया कि जिले के विभिन्न समूहों द्वारा दी गई प्रस्तावों की पहले समीक्षा की जाएगी। इसके लिए तीन सदस्यों की एक टीम का भी गठन किया गया है। जिसमें आइसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को अध्यक्ष एवं संबंधित बाल विकास पदाधिकारी एवं जिला समन्वयक, स्वस्थ भारत प्रेरक को सदस्य बनाया गया है। समीक्षा समिति प्राप्त प्रस्तावों को जांच कर उसे चयन समिति के समक्ष रखेंगी।
प्रत्येक साल कुपोषण दर में कमी लाना लक्ष्य:
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 के मार्च में देश के सभी राज्यों में पोषण अभियान की शुरुआत की गई। जिसमें विभिन्न विभागों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए बौनेपन में प्रति वर्ष दो प्रतिशत, एनीमिया में 3 प्रतिशत, अल्पपोषण में 2 प्रतिशत एवं अल्प वजन में 2 प्रतिशत कमी करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए आइसीडीएस-कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, विभिन्न विभागों का अभिसरण, व्यवहार परिवर्तन, इनोवेशन एवं क्षमता वर्धन का सहारा लेने पर •ाोर दिया गया है।
पोषण अभियान के मुख्य उद्देश्य:
शिशु एवं छोटे बच्चे के पोषण में सुधार
आहार में विविधता
स्वच्छता एवं सा़फ-स़फाई
बेहतर किशोर पोषण
बेहतर मातृ स्वास्थ्य एवं पोषण
कृमि नाश
ओआरएस-जिक