एमबीजीबी रामगढ़ की कार्यशैली पर नुआंव बीडीओ ने उठाया सवाल
रामगढ़ मध्य बिहार ग्रामीण बैंक(एमबीजीबी) की शाखा से आइसीडीएस कार्यालय नुआंव के खाता संचालन में आ रही परेशानी की शिकायत करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
रामगढ़ मध्य बिहार ग्रामीण बैंक(एमबीजीबी) की शाखा से आइसीडीएस कार्यालय नुआंव के खाता संचालन में आ रही परेशानी की शिकायत करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बैंक प्रबंधक ने पूर्व में पत्र देकर नुआंव परियोजना के पोषाहार व मानदेय की राशि भुगतान में आए पेंच को ले असमर्थता जताई गई थी। आरएम को इसकी सूचना देने के बाद नुआंव सीडीपीओ सह बीडीओ को पत्र देकर अवगत कराया था। जिसको लेकर दोनों विभागों में तनातनी बढ़ गई थी। अब नुआंव परियोजना के सीडीपीओ सह बीडीओ मनोज कुमार ने आरएम को पत्र भेजा है। उन्होंने भेजे गए पत्र में यह जिक्र किया है कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक शाखा रामगढ़ के प्रबंधक का रवैया असहयोगात्मक है। जिसके चलते नुआंव परियोजना की सेविकाओं को आवंटन रहने के बाद भी ससमय राशि नहीं दी जाती। बल्कि बैंक प्रबंधक व अन्य बैंक कर्मियों द्वारा सेविकाओं से अशोभनीय व्यवहार किया जाता है। जो सरासर गलत व नियम के विरुद्ध है। बीडीओ ने कहा कि नुआंव प्रखंड की सभी सेविका-सहायिकाओं का मानदेय खाता तथा सेविकाओं की पोषाहार का खाता इसी बैंक से संचालित होता रहा है। यह पांच-दस वर्षों का मामला नहीं है। बल्कि बीस वर्ष से है। आइसीडीएस निदेशालय के पोर्टल पर यह खाता अपलोड है। ऐसे में बैंक प्रबंधक द्वारा खाता नुआंव में सेविका-सहायिकाओं का स्थानांतरित करने की बात पत्र के माध्यम से किया गया है। जो काफी सोचनीय है। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को प्रभावित करने की बैंक प्रबंधक की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। बीडीओ मनोज कुमार ने कहा कि बैंक प्रबंधक अपने निर्णय में बदलाव नहीं लाए तो मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा।