ट्रैक्टर मिस्त्री के रूप में थी बाबूलाल की पहचान
जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी बाबूलाल पासवान की हत्या जिस तरीके से की गई है उसे देख कर हर किसी के चेहरे पर उदासी छा जा रही थी।
जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी बाबूलाल पासवान की हत्या जिस तरीके से की गई है उसे देख कर हर किसी के चेहरे पर उदासी छा जा रही थी। घटना स्थल चैनपुर थाना क्षेत्र के लोहरा के समीप बलियारी खोह के पास से लेकर भभुआ सदर अस्पताल में जुटी भीड़ ने इस घटना की कड़ी निदा की। बाबू लाल पासवान के बारे में जो जानकारी मिली उससे यह पता चलता है कि वे काफी मेहनती व चर्चित ट्रैक्टर मिस्त्री थी। पिछले आठ वर्षों से भभुआ में रह कर ट्रैक्टर बनाने का काम करते थे। इसके पूर्व वे आइशर एजेंसी में काम करते थे और फरीदाबाद कंपनी से दो बार बेस्ट मिस्त्री का पुरस्कार भी इन्हें मिला था। ट्रैक्टर बनवाने के लिए कई लोग इन्हें अपने साथ गांव तक ले जाते थे और ये ट्रैक्टर बना कर पुन: वापस चले आते थे। इनके दो पुत्र अंजनी व अरूण को वे अच्छी शिक्षा दिलाने का प्रयास कर रहे थे। उनके इस प्रयास का नतीजा रहा कि उनका बड़ा पुत्र अंजनी आज इंजीनियर है। छोटा पुत्र भी पढ़ने में काफी अच्छा है। लोगों ने बताया कि सरल स्वभाव के रहने के कारण इनका किसी से कोई विवाद नहीं था। जिस दिन ये गायब हुए उस दिन इनके किराए के मकान में भी कोई साथ नहीं था। अपने गैरेज पर पहुंच कर काम करने वाले एक स्टाफ से चश्मा लिए और उसे तीन सौ रुपये दिए। इसके बाद एक जान पहचान का व्यक्ति रास्ते में मिला और उसकी बाइक पर बैठ कर अपने कमरे के करीब तक गए। उसके बाद वे गए तो फिर उनका पता नहीं चला। शुक्रवार की सुबह जब उनका शव मिला तो किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनकी हत्या कर दी गई है। हालांकि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ली है। मामले में परिजनों के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान में जुट गई है।