जागरुकता से दहेज व बाल विवाह पर लगेगी रोक
बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के राज्यव्यापी अभियान के अंतर्गत सोमवार को स्थानीय टेन प्लस टू शारदा ब्रजराज उच्च विद्यालय एवं प्रोजेक्ट शांति बालिका उच्च विद्यालय में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के राज्यव्यापी अभियान के अंतर्गत सोमवार को स्थानीय टेन प्लस टू शारदा ब्रजराज उच्च विद्यालय एवं प्रोजेक्ट शांति बालिका उच्च विद्यालय में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहनियां के एसडीएम शिव कुमार राउत एवं संचालन प्रधानाध्यापक हृदयानंद मिश्र एवम गोपाल ¨सह ने किया। इस मौके पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को एसडीएम ने सरकार द्वारा चलाए गए अभिमान के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह व दहेज का लेन देन कानूनी अपराध है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसमें दोषी पाए जाने पर लड़का लड़की के माता-पिता के साथ पंडित व मौलवी को भी जेल की हवा खानी पड़ेगी। पदाधिकारियों की इस पर कड़ी नजर है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग की सक्रियता से ही हर अभियान सफल होता है। युवा पीढ़ी को इस कुरीतियों के उन्मूलन में भी आगे आना होगा। बाल विवाह व दहेज प्रथा समाज के लिए कोढ़ है। इससे समाज को काफी नुकसान हो रहा है। जिस उम्र में बच्चे बच्चियों को पढ़ने और आगे बढ़ने का जज्बा होता है उसमें अगर उनकी शादी हो जाती है तो वे अपने लक्ष्य में सफल नहीं हो पाते हैं। इसके लिए माता-पिता जवाब देह हैं। माता पिता अगर ऐसी शादी करने का प्रयास करते हैं तो बच्चे बच्चियों को इसके लिए आगे आना चाहिए। वे तत्काल उनको या किसी भी पदाधिकारी या थाना को सूचित करें। प्रशासन द्वारा फौरन इस पर कार्रवाई की जाएगी। बाल विवाह के आधा दर्जन मामले उनके संज्ञान में आए। तत्काल कार्रवाई का उसे रोका गया। दहेज प्रथा से समाज के लोग त्रस्त हैं। इस पर रोक लगाना जरूरी है। युवा पीढ़ी की जागरूकता और सामाजिक पहल से इस पर रोक लगाई जा सकती है। जिस शादी में दहेज का लेन-देन हो उसका बहिष्कार करना चाहिए ताकि शादी करने वालों को भी एहसास हो कि वे गलत कर रहे हैं। दहेज लेना व देना दोनों दंडनीय अपराध है। इसकी जानकारी मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर मोहनियां के डीसीएलआर सह प्रभारी डीटीओ नुरुल ऐन, डीईओ अनंत ¨सह, दोनों विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया कि वे दहेज प्रथा और बाल विवाह का विरोध करेंगे।