आशा कार्यकर्ताओं ने सीएस कार्यालय का घेराव कर जताया विरोध
अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में एक दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहीं आशा कार्यकता।
अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में एक दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहीं आशा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को काफी संख्या में सदर अस्पताल पहुंच कर सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव किया। आशा कार्यकर्ताओं के उग्र प्रदर्शन से भयभीत होकर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को पुलिस बुलानी पड़ी। महिला थाना की थानाध्यक्ष अंचला कुमारी व महिला पुलिस बल ने सदर अस्पताल पहुंच कर आशा कार्यकर्ताओं को शांत कराया। इसके बाद आशा कार्यकर्ता अस्पताल परिसर के दूसरे हिस्से में जा कर धरना पर बैठ गई। आशा कार्यकर्ताओं के पांच सदस्यीय शिष्टमंडल ने अपनी 12 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सीएस को सौंपा। सिविल सर्जन मिथिलेश झा ने शिष्टमंडल के ज्ञापन को वरीय पदाधिकारियों के पास भेजने का आश्वासन दिया। शिष्टमंडल में आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष शब्या पांडेय, जिला सचिव रीता देवी, मंजू कुंअर, मीरा देवी व भाकपा माले नेता मोरध्वज ¨सह शामिल रहे। अध्यक्ष ने बताया कि मंगलवार को मांगों के समर्थन में डीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इसके बाद 13 व 14 दिसंबर को पटना में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। 12 सूत्री मांगों में एक हजार की जगह 18 हजार मानदेय करने, सरकारी सेवक घोषित करने, योग्यताधारी आशा कार्यकर्ताओं को एएनएम स्कूल में प्रवेश लेने में 50 फीसदी आरक्षण देने व प्रशिक्षण प्राप्त आशा कार्यकर्ताओं को एएनएम के रूप में बहाल करने तथा पूर्व में बर्खास्त की गई आशा कार्यकर्ताओं को बहाल करने आदि की मांग शामिल हैं। सीएस के घेराव से पूर्व आशा कार्यकर्ताओं का समूह कतारवद्ध होकर सदर प्रखंड कार्यालय से रैली के रूप में निकला। सदर अस्पताल पहुंच कर कुछ देर तक धरना देने के बाद आशा कार्यकर्ताओं ने सीएस कार्यालय का घेराव किया।