क्षतिग्रस्त पोल के सहारे खींचा गया 11 हजार वोल्ट का तार
प्रखंड क्षेत्र में बिजली सप्लाई को और सुगम और सुलभ बनाने के लिए चांद पावर सब स्टेशन से नहर के किनारे किनारे 11000 वोल्ट का तार चैनपुर प्रखंड के पहाड़ी क्षेत्र में ले जाया गया है।
प्रखंड क्षेत्र में बिजली सप्लाई को और सुगम और सुलभ बनाने के लिए चांद पावर सब स्टेशन से नहर के किनारे किनारे 11000 वोल्ट का तार चैनपुर प्रखंड के पहाड़ी क्षेत्र में ले जाया गया है। जो कि हजरा पुल से होते हुए सरपनी नहर के रास्ते मुख्य सड़क से होकर गुजरा है। सरपनी के पास 11000 वोल्ट के तार को ले जाने के लिए लगाया गया पोल काफी समय पूर्व क्षतिग्रस्त हो गया था। लेकिन उस पोल को ना बदल कर क्षतिग्रस्त पोल पर ही तार खींच कर ले जाया गया। जिस कारण कभी भी उस स्थान से पोल टूट सकता है और कोई बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि जिस स्थान पर यह पोल खड़ा है वह स्थान मुख्य सड़क का चार मुहानी है। चौबीस घंटा मुख्य सड़क व्यस्त रहता है। बावजूद विभाग के द्वारा इस की तरह की लापरवाही की गई है। साधारण 240 वोल्ट के करंट से इंसान की जान चली जाती है लेकिन यहां 11000 का तार ही क्षतिग्रस्त पोल पर ले जाया गया है। जबकि 11 हजार के तार से सटकर मात्र 500 मीटर दूर ही हाटा गांव में एक बार हादसा हो चुका है। जिसमें 11000 का तार कुछ नीचे लटका हुआ था और गुजरते बस के ऊपर सवारी बैठे थे। उन्हीं सवारी के किसी के सिर में 11000 का तार फंस गया। जिस कारण पूरे बस में 11000 करंट आ गया और बस के टायर तक में आग पकड़ ली छत पर से और बस के अंदर से किसी तरह जान बचाकर कुछ यात्री बच पाए थे जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। बावजूद इस घटना से विद्युत विभाग के कर्मियों ने सबक नहीं लिया। जब इस संबंध में विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को जानकारी देकर पूछे तो शिव शंकर प्रसाद ने बताया कि क्षतिग्रस्त पोल पर 11000 का तार ले जाया गया है इसकी जानकारी नहीं है। मुझे आपके द्वारा बताया गया है। उस स्थल की जांच करवा कर पोल बदलवाने का कार्य किया जाएगा।