गिरीडीह-चकाई रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण कार्य पूरा
जमुई। सांसद की कवायद ने रंग लाना शुरू कर दिया है। अब जमुई स्थित चकाई के जंगलों में भी भारतीय रेल सरपट दौड़ेगी।
जमुई। सांसद की कवायद ने रंग लाना शुरू कर दिया है। अब जमुई स्थित चकाई के जंगलों में भी भारतीय रेल सरपट दौड़ेगी। चकाई के वर्षों से वंचित पड़े बड़े भू-भाग को रेल लाइन से जोड़ने की कवायद लगभग पूरी हो चुकी है। 2837 करोड़ की लागत से झाझा से शुरू होकर यह रेल लाइन ग्रामजुरा, सोनो, बटिया, बामदह व चकाई होते हुए झारखंड के जसीडीह से जुड़़ेगी, जिसके लिए सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। बताया जा रहा है कि इस रेलमार्ग की लंबाई लगभग 96 किलोमीटर की होगी। रेल मंत्रालय ने ब्लू बुक आइटम नंबर 30 (2017-18) के माध्यम से दर्ज करते हुए नई रेल लाईन परियोजना को मंजूरी भी दे दी है। इसका निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने वाला है। इसकी जानकारी लोजपा के केन्द्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिलने के उपरांत दी। उन्होंने बताया कि झाझा से गिरीडीह व चकाई के बीच रेल लाइन सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया है। रेल लाइन के लिए कई बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व रेलमंत्री से मिलकर सर्वे कराने और रेल लाइन कार्य शीघ्र शुरू कराने का अनुरोध किया था। तत्पश्चात रेल मंत्रालय ने इस परियोजना का सर्वे करवाया व रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप दी है। यह रेल लाईन बहुत लम्बे अरसे से जमुई वासियों की बहुचर्चित मांग रही है। जब से सांसद को जमुई संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधि चुना गया तबसे लगातार क्षेत्र भ्रमण के दौरान जमुई-झाझा-सोनो-चकाई आदि क्षेत्रों की जनता द्वारा रेल मार्ग के लम्बित रहने से होने वाली कठिनाईयों से अवगत कराया जाता रहा है। सांसद ने बताया कि बहुचर्चित परियोजना को पूरा कराने के लिए प्रयासरत थे। चकाई के रेल मार्ग से जुड़े जाने पर क्षेत्र के लोगों को आवागमन की सस्ती व सुगम सुविधाएं मुहैया होगी। क्षेत्र का सामाजिक तथा आर्थिक विकास भी होगा।