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हाथ मलती रह गई पुलिस और रास्ता बदलकर ग्रामीण चिकित्सक को ले गए अपराधी

संवाद सूत्र झाझा (जमुई) गुरुवार देर रात बेलहर थाना क्षेत्र के चतराहन गांव से अपराधियों न

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 06:50 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 07:16 PM (IST)
हाथ मलती रह गई पुलिस और रास्ता बदलकर ग्रामीण चिकित्सक को ले गए अपराधी
हाथ मलती रह गई पुलिस और रास्ता बदलकर ग्रामीण चिकित्सक को ले गए अपराधी

संवाद सूत्र, झाझा (जमुई) : गुरुवार देर रात बेलहर थाना क्षेत्र के चतराहन गांव से अपराधियों ने हथियार के बल से 50 वर्षीय उमेश वर्णवाल का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद ग्रामीणों ने अपराधियों के वाहन को काफी दूर तक खदेड़ा। बावजूद अपराधी पुलिस एवं ग्रामीण को चकमा देने में कामयाब रहे। झाझा एवं बेलहर पुलिस के अलावा आध दर्जन् गांव के ग्रामीणों ने अपराधियों के वाहन का पीछा भी किया। ग्रामीणों ने बताया कि यह घटना आपराधिक घटना है। अपराधियों ने घटना में एक बोलेरो एवं एक बाइक का प्रयोग किया है। पहले बाइक से उमेश वर्णवाल के घर की रेकी की गई। उसके बाद घटना को अंजाम दिया गया। उमेश वर्णवाल के भाई सह रजला गांव के सरपंच रतन वर्णवाल ने बताया कि रात के करीब नौ बजे भाई उमेश वर्णवाल, उनकी पत्नी बेबी देवी एवं एमबीबीएस की तैयारी कर रही पुत्री निशा कुमारी खाना खाने के लिए बैठे हुए थे। उसी दौरान बाहर से डाक्टर साहब को आवाज आया कि बाइक दुर्घटना हो गई। एक व्यक्ति घायल हो गया है। उसका इलाज यहां हो पाएगा या नहीं उसको देख लीजिए। चिकित्सक होने के नाते वह घर से बाहर निकले और दरवाजे पर खड़ा बोलेरो के समीप गए। उसी दौरान बाहर खड़ा अपराधी ने उमेश को हथियार सटा दिया और बोलेरो में बिठाने लगा। इसपर उमेश वर्णवाल ने आवाज लगाई लेकिन घर वाले नहीं सुने। घर के समीप ही एक दुकानदार ने उनकी आवाज सुनी। तब जाकर उमेश के स्वजन को घटना की सूचना दी। उसके बाद बोड़वा, पैरगाहा एवं करमा सरपंच को इसकी सूचना दी गई। पहले अपराधियों की गाड़ी कटहराटांड पहुंची। उस रास्ते से भीखा गांव के रास्ते जा रहा था। पैरगाहा के सरपंच को मालूम होने पर भीखा गांव के लोग सड़क पर आ गए। गाड़ी की लाइट से सड़क पर भीड़ को देख अपराधियों ने दूर से ही गाड़ी को घुमाते हुए बेला के रास्ते खरवानी डैम के रास्ते लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र की ओर निकल गए। इस दौरान ग्रामीणों ने डैम तक पीछा गया। उसके बाद कुछ पता नहीं चलने के कारण ग्रामीण वापस लौट गए। इसी बीच झाझा थानाध्यक्ष राजेश शरण दल-बल के साथ डैम के समीप पहुंचे। दूसरी ओर से बेलहर थाना की पुलिस पहुंची लेकिन पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगी। दोनों बैरंग वापस लौट गए। घटना के बाद स्वजन के अलावा रजला गांव में दहशत है। आम लोगों में आपराधिक एवं नक्सली घटना को लेकर चर्चा है। --

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रजला गांव है पैतृक धर रजला गांव के सरपंच रतन वर्णवाल ने बताया कि उमेश वर्णवाल तीस साल से चतराहन गांव में चिकित्सक का कार्य कर रहे हैं। इसी दौरान चतराहन में भूमि खरीद ली। इसके पहले रजला से ही उनका जाना आना लगा रहता था। दो साल पहले उन्होंने चतराहन गांव में मकान बनाया और वहीं पर वह अकेला रहा करते थे। किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। पांच माह पहले अपनी पत्नी बेबी देवी को रजला से चतराहन गांव ले गए। उनको चार पुत्री है जिसमें तीन की शादी हो चुकी है। एक पुत्री नेहा कुमारी पटना में एमबीबीएस की तैयारी कर रही है। कोरोना के कारण वह घर आई हुई है। इस घटना से रजला के लोग भी दहशत में है। उन्होंने अपहरण के बाद अपराधी की कोई सूचना नहीं आने की बात कही।

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बेलहर पुलिस के सूचना पर झाझा पुलिस रात में कई जगह छापेमारी की परंतु अपराधी थाना क्षेत्र से बाहर निकल जाने के कारण कुछ सफलता हाथ नहीं लगी। पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है।

- रविशंकर प्रसाद, एसडीपीओ।


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