सुख-समृद्धि, निरोग की कामना के साथ लोगों ने दी भगवान भास्कर को अर्घ्य
जमुई। उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ बुधवार को छठ पर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूर्ण हुआ। सौहार्दपूर्ण व भक्तिमय माहौल में श्रद्धालुओं ने छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण किया।
जमुई। उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ बुधवार को छठ पर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूर्ण हुआ। सौहार्दपूर्ण व भक्तिमय माहौल में श्रद्धालुओं ने छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण किया। हालांकि नदियों में पानी कम होने के कारण छठव्रतियों को इस वर्ष परेशानियों से दो-चार होना पड़ा। घरों से लोग निर्धारित समय से पहले ही डाला लेकर छठ घाट की ओर निकल पड़े थे। सिकन्दरा विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी ने त्रिपुरारी ¨सह घाट पर परिवार सहित अर्घ्य अर्पण किया। शहर के हनुमान घाट, कल्याणपुर घाट, त्रिपुरारी ¨सह घाट, नीमा घाट, सिकहरिया घाट, सौन्पेय घाट सहित मलयपुर स्थित आंजन नदी घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार, एसपी जे रडडी, एसडीओ लखीन्द्र पासवान, एसडीपीओ रामपुकार ¨सह, बीडीओ पुरुषोत्तम तिवारी ने विभिन्न घाटों का निरीक्षण करते रहे। छठ घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। थानाध्यक्ष संजय विश्वास सहित पुलिस बल तैनात रहे। छठ को लेकर छठ घाट व रास्ते पर रोशनी की व्यवस्था की गई थी। स्थानीय लोगों द्वारा अपने-अपने तरीके से छठ घाट की सज्जा की गई थी। छठव्रतियों के लिए विशेष प्रबंध किया गया था। हालांकि इन सबके बीच पानी की कमी लोगों को खलती रही। इस दौरान आतिशबाजी भी हुई। मलयपुर स्थित आंजन नदी के तट पर छठव्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। नदी में मिट्टी की अधिकता रहने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी। इसके पहले छठव्रतियां दंडवत करती हुई छठ घाट तक पहुंची। नदी के पानी में खड़े होकर भगवान भास्कर की अराधना में लीन रही। सूर्य के दर्शन होते ही उदयीमान अर्घ्य अर्पित किया गया।
सोनो: बुधवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही नेम निष्ठा का चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो गया। पौ फटते ही विभिन्न छठ घाटों पर व्रतियों के साथ बड़ी संख्या में डलिया लिए श्रद्धालु पहुंचे। व्रतियों ने जल में खड़े होकर भगवान सूर्य के दर्शन की कामना की लेकिन कहीं-कहीं ऐन वक्त पर मौसम में कोहरे की धुंध छाए रहने के कारण व्रतियों को सूर्यदेव के दर्शन में विलंब हुआ। उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास रखे व्रतियों ने घाट से लौटने के बाद अपने-अपने घरों में प्रसाद ग्रहण करते हुए पारण किया। सोनो, बलथर, महेश्वरी, केवाली, डुमरी, चुरहेत, सारेबाद, अगहरा, चरकापत्थर, पैरामटिहाना, बटिया आदि छठ घाटों पर इस वर्ष बड़ी संख्या में मुंडन का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से कुछ घाटों को सुसज्जित किया गया था व छठ के मद्देनजर वहां तक के पहुंच पथ की मरम्मत कराई गई थी। मंगलवार व बुधवार को घाटों पर विधि-व्यवस्था का जायजा लेते कोई अधिकारी नजऱ नहीं आया।
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लक्ष्मीपुर: आस्था का महापर्व प्रखंड में उमंग व उत्साह के साथ संपन्न हुआ। प्रखंड के विभिन्न घाटों में छठ व्रतियों ने मंगलवार को अस्ताचलगामी व बुधवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया। छठ को लेकर कई स्थानों पर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई। यूथ क्लब मोती नगर मटिया, काला पंचायत के जिनहरा काली स्थान के पास जिनहरा छठ पूजा नवयुवक संघ समिति द्वारा सूर्यदेव की प्रतिमा को स्थापित किया गया था। श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की सुख -समृद्धि व आशीष की कामना की।