छह प्रखंडों में नहीं हो रहा वाहनों की खरीदारी
जमुई। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत सरकार की ओर से सूदूर ग्रामीण इलाके से प्रखंड मुख्यालय तक यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य के किया गया था।
जमुई। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत सरकार की ओर से सूदूर ग्रामीण इलाके से प्रखंड मुख्यालय तक यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य के किया गया था। लेकिन योजना के तहत योग्य लाभुकों का चयन होने के बाद भी युवाओं के सपनों पर ग्रहण लगता दिख रहा है। चयनित उम्मीदवार अपने स्तर से वाहन की खरीद नहीं कर पा रहे है न ही कोई फाईनेंसर सामने आ रहा है। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत जिले में 1078 आवेदन के विरुद्ध 475 योग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया था जिसमें से 67 लाभुकों को परिवहन विभाग द्वारा आयोजित परिवहन सह ऋण मेला में जिलाधिकारी द्वारा वाहन की चाभी सौंपी गई थी। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब तक मात्र 21 लाभुकों को योजना के तहत अनुदान की राशि मिल सकी है जिसमें सदर प्रखंड के 6, सिकंदरा के 2, अलीगंज के 3 एवं गिद्धौर के 10 लाभुक शामिल हैं। अन्य प्रखंडों में योजना के तहत एक भी वाहन की खरीदारी नहीं की गई है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस योजना पर फाईनेंस का ग्रहण लगता दिख रहा है। सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी पुरुषोत्तम त्रिवेदी ने बताया कि योजना के तहत चयनित लाभुकों को सर्वप्रथम अपने स्तर से वाहन की खरीद करने का प्रावधान है। इसके बाद ही अनुदान की राशि लाभुक के खाते में दिया जाता है।
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कोट
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत चयनित लाभुकों को वाहन खरीदने में आर्थिक समस्या सामने आ रही है। परिवहन विभाग द्वारा आयोजित परिवहन सह ऋण मेला में भी फाईनेंस को लेकर किसी बैंक के प्रतिनिधि ने भाग नहीं लिया। ऐसी स्थिति में योजना के लक्ष्य को पूरा करना कठिन साबित हो सकता है।
रवि कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी