फिल्म के जरिए युवा दे रहे स्वच्छता का संदेश
जमुई। समाज में स्व'छता का संदेश प्रचारित करने को अब सोनो के उत्साही युवाओं ने फिल्मों को माध्यम बनाया है।
जमुई। समाज में स्वच्छता का संदेश प्रचारित करने को अब सोनो के उत्साही युवाओं ने फिल्मों को माध्यम बनाया है। इसके लिए उन्होंने बकायदा आधा दर्जन फिल्में भी बनाई है। टेली फिल्म व डॉक्यूमेंट्री निर्माण को ले यहां के युवा पूरी तरह समर्पित है। टॉयलेट एक कथा ए टॉयलेट अगेन, एकलव्य तथा जमुई का इतिहास आदि डॉक्यूमेंट्री का निर्माण कर उसे यट्यूब पर अपलोड किया गया जा चुका है। निर्माता अंकेश कुमार ¨सह ने बताया कि जमुई का इतिहास डॉक्यूमेंट्री को एक लाख से अधिक लोगों ने देखा व पसंद किया। प्रयासों को सफल होते देख इन युवाओं में कार्य करने का जज्बा और भी उफान लेता नजर आता है। यही वजह है अभी हाल ही में इन कलाकारो की टीम ने पापा मुझे इंजीनियर नहीं बनना है फिल्म को लॉन्च किया। यहां बनाई जाने वाली तमाम फिल्मों में स्थानीय कलाकारों ने ही अभिनय किया है। खुले में शौच से समाज को मुक्ति दिलाने की दिशा में सोनो के युवा कलाकारों ने सराहनीय प्रयास शुरु किया है। लोगों को घर मे शौचालय निर्माण के लिये जागरूक करने व उससे होने वाले फायदे को बताने के लिए एक लघु फिल्म टॉयलट एक कथा बनाई है जिसे पिछले वर्ष सितम्बर में रिलीज किया गया था। इस फिल्म की सफलता से उत्साहित होकर इन कलाकारों ने दूसरी फिल्म टॉयलट अगेन बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है। यह फिल्म भी वर्ष 2017 में दिपावली के मौके पर रिलीज की गई थी। इस फिल्म में सोनो के सागर दुबे, रौनक ¨सह, रितिक गुप्ता और पप्पू कुमार ने अपने अभिनय के माध्यम से लोगों को यह बताया है कि खुले शौच से लोगों को किस किस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस फिल्म के निर्माता व प्रस्तुतकर्ता अंकेश ¨सह हैं जबकि निर्देशन दीपू राज व दिवाकर ने किया है। विवेक दुवे ने कैमरामैन की भूमिका निभाई। निक्कू दुबे व सत्यम ¨सह साभार उक्त फिल्में यहां खूब देखी जा रहीं हैं।
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कोट-
सोनो जैसे छोटे व संसाधनहीन कस्बे में स्वच्छता को ले समर्पित ऐसे युवाओं के जज्बे को सलाम करता हूं। मौका मिला तो सोनो आकर इन कलाकारों से मिलूंगा व उनकी हौसलाअफजाई करूंगा।
अनंत जयराम, भोजपुरी फिल्म कलाकार, पटना