युवती ने दो पर दर्ज कराई दुष्कर्म की प्राथमिकी
जमुई। नक्सल प्रभावित चरकापत्थर थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय युवती को अगवा कर दो युवकों द्वारा दुष्कर्म करने का मामला तब प्रकाश में आया जब पंचों के आश्वासन से निराश युवती थाने पहुंच गई।
जमुई। नक्सल प्रभावित चरकापत्थर थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय युवती को अगवा कर दो युवकों द्वारा दुष्कर्म करने का मामला तब प्रकाश में आया जब पंचों के आश्वासन से निराश युवती थाने पहुंच गई। 22 फरवरी की सुबह आठ बजे के करीब घटी इस घटना के संदर्भ में युवती ने थाना में दिए आवेदन में जो आरोप लगाया है वह पंचों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़ा करती है। युवती ने कहा है कि उसे खोटवा गांव के रामप्रसाद यादव के पुत्र रोहित यादव और खैरा थाना के कुरबाटांड़ गांव निवासी ब्रह्मादेव यादव के पुत्र सुभेद यादव ने सुबह के वक्त पकड़ लिया और दुष्कर्म करने के बाद हल्ला करने की स्थिति में जान मारने की धमकी दी। युवती ने अपने गांव के मुखिया हरिशंकर यादव को जब इस मामले की जानकारी देकर न्याय मांगा तो मुखिया ने मामले को सुलझाने का बहाना बनाकर कई दिन तक एफआइआर दर्ज करने से रोके रखा। अंतत: शुक्रवार को परिजन के साथ वह युवती जमुई महिला थाना पहुंची जहां युवती का आवेदन पर एफआइआर दर्ज करने के बाद उसकी मेडिकल जांच की प्रक्रिया चल रही है। पंचायती राज व्यवस्था में जहां ग्रामीण स्तर पर पंचों को न्याय दिलाने का अधिकार दिया गया है। वहीं लगातार उनकी भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे है। इस घटना से पूर्व भी शहर के शाहपुर गांव में एक लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में उल्टा फैसला सुनाने वाले पंच एफआइआर दर्ज होने तथा लड़की के न्यायालय में बयान के बावजूद बेखौफ घूम रहे हैं और यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। खैरा के गरही के एक ऐसी मामले में मानवाधिकार आयोग अखबार की खबर पर नोटिस लेकर जमुई पहुंची थी।
कोट -
पीड़िता के आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
राजरंजनी कुमारी महिला थानाध्यक्ष, जमुई