बॉर्डर एरिया में एक सप्ताह से सक्रिय था नक्सली दस्ता
जमुई। बिहार-झारखंड बॉर्डर एरिया में सोमवार की सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच
जमुई। बिहार-झारखंड बॉर्डर एरिया में सोमवार की सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने के बाद कई तरह की चर्चाएं है। घटना के बाद सूत्रों से छनकर आ रही खबर के अनुसार पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से भेलवाघाटी और चकाई थाना के पोझा पंचायत के इलाके में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ी हुई थी। लगभग एक सप्ताह पूर्व भी चकाई थाना के पोझा पंचायत के कोझी इलाके में नक्सलियों का एक छोटा दस्ता किसी मामले में पंचायती कराने को लेकर जमा हुआ था जिसकी भनक एन वक्त पर चकाई और भेलवाघाटी कैंप को लग गई थी जिसके बाद सीआरपीएफ ने इलाके की घेराबंदी की थी लेकिन नक्सली बाइक से भागने में सफल रहे थे। सूत्रों की मानें तो उस घटना के बाद भी नक्सलियों का छोटा दस्ता लगातार इलाके में भ्रमणशील था जिसकी भनक पुलिस को भी थी। बताया जाता है कि नक्सली बीते 11 अप्रैल को पहले चरण में जमुई लोकसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में भी खलल डालना चाहते थे लेकिन सुरक्षा बलों की सक्रियता से सफल नहीं हो पाए जिससे संगठन में काफी बौखलाहट थी। नक्सली अब गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में तीसरे चरण के तहत होने वाले चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की ताक में जुटे थे और उसके लिए बम बनाने का सामान जंगल में जुटा रहे थे।