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छह माह से अधिक के वारंटियों का मतदाता सूची से नाम हटेगा

जमुई। छह माह से अधिक दिनों के वारंटी या अपराधी के विरूद्ध जिला प्रशासन एक बड़ी कार्रवाई

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 08:34 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 08:34 PM (IST)
छह माह से अधिक के वारंटियों का मतदाता सूची से नाम हटेगा
छह माह से अधिक के वारंटियों का मतदाता सूची से नाम हटेगा

जमुई। छह माह से अधिक दिनों के वारंटी या अपराधी के विरूद्ध जिला प्रशासन एक बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है। ऐसे लोगों के नाम जहां मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा वहीं इन लोगों के परिवारवालों को सरकारी सहायता पर भी रोक लग जाएगी। इस कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से सूची तैयार करने की रणनीति प्रारंभ हो गई है। इसके अलावा चुनाव के दौरान किसी प्रकार का कोई चूक न रह जाये इसे लेकर पुलिस प्रशासन ने अभी से मतदान केन्द्र का दौरा करना प्रारंभ कर दिया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र के मतदान केन्द्र पर विशेषकर किस प्रकार की सुविधा उपलब्ध है एवं उक्त मतदान केन्द्र पर सुरक्षा व्यवस्था क्या होगी उसकी भी रूप रेखा तैयार की जा रही है। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के कई अपराधी एवं कई केस के अभियुक्त विगत कई माह से फरार चल रहे हैं। यही अपराधी एवं वारंटी चुनाव के दौरान कोई अप्रिय धटना को अंजाम देने का कार्य करता है। साथ ही अपने मताधिकार का प्रयोग भी कर लेते हैं। वैसे अपराधी एवं वारंटी के विरूद्ध पुलिस प्रशासन ने यह कदम उठाया है। थानाध्यक्ष दलजीत झा ने सभी चौकीदार एवं दफादार के अलावा पुलिस पदाधिकारी के साथ बैठक कर निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्र के वारंटी की पहचान करना प्रारंभ कर दे। जो व्यक्ति न्यायालय से जमानत करा लिया है। वैसे लोगों से जमानत अर्जी ले लिया जाए। वहीं छह माह से अधिक के वारंटी या अपराधी जो फरार चल रहे हैं। उसकी सूची तैयार कर प्रखंड विकास पदाधिकारी को भेजा जाएगा। सूची में दर्ज लोगों का नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा।

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मतदान केन्द्र की जांच प्रारंभ

प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर द्वारा जहां मतदान केन्द्र पर मतदाताओं को मिलने वाली सुविधा के संदर्भ में जांच की जा रही है। वहीं थानाध्यक्ष दलजीत झा द्वारा भी मतदान केन्द्र की सुरक्षा को लेकर प्रत्येक केन्द्र की जांच प्रारंभ कर दिया गया है। जांच के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा केन्द्र के समीप गांव के दबंग व्यक्ति को चिन्हित करते हुए सूची तैयार करना। नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्र पर कैसी सुरक्षा व्यवस्था के अलावा वहां पर मतदाता भयमुक्त अपने मताधिकार का प्रयोग कैसे करेगा उसका पूरा रिपोर्ट तैयार करने का कार्य प्रारंभ हो गया है। साथ ही ऐसे मतदान केन्द्र पर पुलिस प्रशासन एवं मतदान कर्मी पहुंचने का रास्ता एवं उसकी सुरक्षा क्या होगी उस पर भी पुलिस प्रशासन कार्य कर रही है। ज्ञात हो कि झाझा थाना क्षेत्र में 168 मतदान केन्द्र है जबकि सिमुलतल्ला क्षेत्र में 25 मतदान केन्द्र है। जिसपर जिला प्रशासन की विशेष नजर बनी हुई है।


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