उपस्कर का हिसाब नहीं मिलने पर होगी प्राथमिकी दर्ज
जमुई। जिले के पंचायत भवनों में सुविधाओं के लिए आवंटित राशि से खरीदे गए उपस्कर से अब मुि
जमुई। जिले के पंचायत भवनों में सुविधाओं के लिए आवंटित राशि से खरीदे गए उपस्कर से अब मुखियों के घर की शोभा नहीं बढ़ेगी। उपस्कर खरीद और उसके बंदरबांट होने की भनक जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार को लगते ही उन्होंने कड़ा रुख अख्तियार किया है। इस मामले में जिलाधिकारी ने पंचायती राज पदाधिकारी सहित सभी ग्राम प्रधानों को निर्देशित करते हुए एक सप्ताह के भीतर उपस्कर का हिसाब देने का आदेश जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उपस्कर का हिसाब नहीं मिलने की स्थिति में एफआइआर की कार्रवाई की जाएगी। डीएम के इस आदेश से जिले भर के ग्राम प्रधानों की नींद उड़ी है। कई जगह तो टूटे-फूटे कुर्सी-टेबल की तलाश की जा रही है तो कहीं घर से उपस्कर निकालकर पंचायत भवन तक पहुंचाने की कवायद की जा रही है।
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पंचायतों में उपस्कर खरीद के लिए आवंटित राशि का दुरुपयोग साबित होने पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इस मामले में अगले सप्ताह जिले भर के कुल 153 पंचायतों में उपस्करों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
- धर्मेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी, जमुई।