Move to Jagran APP

बिजली प्रीपेड मीटर से संशय में शहरवासी, नहीं लगा रहे मीटर

झाझा वासी विद्युत विभाग के प्रीपेड मीटर संशय में हैं। प्रीपेड मीटर में बिजली बिल ज्यादा आने का भय है तो दूसरी ओर मीटर के रिचार्ज नहीं कराने पर बिजली बंद होने जैसी बातों से उपभोक्ता परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 07:45 PM (IST)
बिजली प्रीपेड मीटर से संशय में शहरवासी, नहीं लगा रहे मीटर
बिजली प्रीपेड मीटर से संशय में शहरवासी, नहीं लगा रहे मीटर

संवाद सूत्र, झाझा (जमुई) : झाझा वासी विद्युत विभाग के प्रीपेड मीटर संशय में हैं। प्रीपेड मीटर में बिजली बिल ज्यादा आने का भय है तो दूसरी ओर मीटर के रिचार्ज नहीं कराने पर बिजली बंद होने जैसी बातों से उपभोक्ता परेशान हैं। व्यावसायिक संगठन एवं जनप्रतिनिधियों ने प्रीपेड मीटर का विरोध किया है, जिससे विभाग को मीटर लगाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर में 7500 उपभोक्ता हैं जिसमें से मात्र 500 उपभोक्ताओं के घर प्रीपेड मीटर लगा है। प्रीपेड मीटर से उपभोक्ताओं को अधिक बिल आने की बात कही जा रही है। नगर उपाध्यक्ष संजय यादव ने बताया कि प्रीपेड मीटर से उपभोक्ता में दहशत हैं। विभाग को तत्काल मीटर लगाने पर ब्रेक लगाना चाहिए। पहले उपभोक्ताओं को विश्वास में लेने की जरूरत है। विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो विभाग को उपभोक्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। डिजिटल मीटर की परेशानियों से उपभोक्ता उबर नहीं पाया था कि अब प्रीपेड मीटर से सामना करना पड़ रहा है। बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के सचिव दयाशंकर प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि विभाग को प्रीपेड मीटर पहले सरकारी आवास, कार्यालय या फिर सरकारी संस्थान में लगाया जाना चाहिए था। सरकारी भवनों में कही प्रीपेड मीटर नहीं लग रहा है, जबकि हर बार की तरह इस बार भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान को निशाना बनाया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है। संगठन के सदस्यों ने बैठक कर सहायक विद्युत अभियंता के साथ वार्ता की थी। जमुई जिला चेंबर आफ कामर्स का एक शिष्टमंडल अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सहायक विद्युत अभियंता से मिलकर अपनी बात को रखा, जबकि बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ ने अपने कार्यालय में व्यवसायी के साथ बैठक कर इसका विरोध किया था। समाजसेवी गौरव सिंह राठौर ने कहा कि विद्युत विभाग अपना खजाना भरने के लिए प्रीपेड मीटर लगा रहा है। इससे उपभोक्ता की आर्थिक स्थिति खराब होगी। उपभोक्ता पहले से ही कोरोना एवं महंगाई का मार झेल रहे हैं, ऊपर से प्रीपेड मीटर लग जाने से उपभोक्ता परेशान हो जाएंगे। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के सचिव बब्लू सिन्हा ने बताया कि प्रीपेड मीटर व्यवसायी के हित में नहीं है। उन्होंने पहले सरकारी कार्यालय में मीटर बदलने की मांग की। उसके बाद उपभोक्ता पर बोझ डालने को कहा। मालूम हो कि इन दिनों प्रीपेड मीटर को लेकर झाझा में आक्रोश माहौल बनता जा रहा है जो कभी भी विकराल रूप ले सकता है।

loksabha election banner

लोगों में फैलाया गया है अफवाह : सहायक विद्युत अभियंता

इस मामले में सहायक विद्युत अभियंता विश्वजीत सिन्हा ने बताया कि प्रीपेड मीटर को लेकर कुछ लोगों ने अफवाह फैला दिया है जिससे विभाग को परेशानी उठानी पड़ रहा है। उपभोक्ता मीटर लगाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। अभी तक शहर में मात्र पांच सौ उपभोक्ताओं ने प्रीपेड मीटर लगाया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.