कड़ी मेहनत के बल पर सूरज बना दरोगा
जमुई। ²ढ़ निश्चय हो तो मंजिल मिल ही जाती है। यह साबित कर दिखाया गांव के एक होनहार ने।
जमुई। ²ढ़ निश्चय हो तो मंजिल मिल ही जाती है। यह साबित कर दिखाया गांव के एक होनहार ने। कड़ी मेहनत और बुलंद हौसले के बल पर दरोगा बन कर सूरज ने जमुई जिले का नाम रोशन किया है। सूरज सिंह पिता शिव शंकर सिंह मां संगीता सिंह मूल रूप से खैरा प्रखंड के टिहिया दिनारी गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान समय में न्यू बिहारी मुहल्ले में स्थाई रूप से रह रहा है। सूरज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जमुई से प्राप्त की वर्ष 2010 में जवाहर हाईस्कूल जमुई से मैट्रिक की परीक्षा में 72.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किया। इंटर की पढ़ाई एकलव्य कॉलेज जमुई से 73 प्रतिशत अंक प्राप्त किया तथा स्नातक की डिग्री धनराज सिंह कॉलेज सिकंदरा से 2016 में उत्तीर्ण हुए। बचपन से ही सूरज के मां एवं पिता ने सूरज को प्रशासनिक सेवा में भेजने का सपना पाला रखा था जो आज पूरा हो गया है। सूरज की मां संगीता सिंह ने सफलता का श्रेय अपने बेटे को दिया है। उन्होंने कहा कि बेटे की कड़ी मेहनत एवं ²ढ़ निश्चय के बदौलत उसे सफलता मिली है। वहीं उनके पिता ने सफलता का श्रेय सूरज के गुरु के सही मार्गदर्शन तथा उनकी पढ़ाई के प्रति लगन को दिए हैं।