टैक्स अब भार नहीं, विकास का आधार : आइटीओ
जमुई। टैक्स में सरकार ने अनेकों सुविधा प्रदान की है और यह भार नहीं रह गया है बल्कि टैक्स राष्ट्र विकास का मार्ग है।
जमुई। टैक्स में सरकार ने अनेकों सुविधा प्रदान की है और यह भार नहीं रह गया है बल्कि टैक्स राष्ट्र विकास का मार्ग है। इसलिए भी लोगों को उचित टैक्स जमा करना चाहिए। उक्त बातें लखीसराय और जमुई के आयकर अधिकारी विवेकानंद ने जिला मुख्यालय के शिल्पा विवाह भवन में आयकर विभाग द्वारा जमा किए गए कर से संपूर्ण देश का चहुमुखी विकास हो रहा है। केन्द्र द्वारा राज्य सरकार को 90 हजार करोड़ विकास मद में दिया गया जो कर दाताओं के सहयोग का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि 80 सी, 80ई आदि के तहत अनेक प्रकार के छूट कर में दिए गए हैं। पांच लाख तक के आय को कर मुक्त किया गया है। इसके अलावा बैंक से ऋण के ब्याज, बच्चों की पढ़ाई का खर्च आदि पर कर में छूट है। कुल मिलाकर पांच से सात लाख तक की आय पर आयकर का छूट है। नोटबंदी की चर्चा करते हुए आयकर अधिकारी विवेकानंद ने कहा कि इससे एक ओर जहां कालाधन पर प्रहार हुआ वहीं दूसरी ओर खर्च के बैंकों में जमा कराकर उसे राष्ट्र के इकोनोमी में शामिल किया गया। रियल स्टेट में भी काले धन के प्रयोग पर लगाम लगा। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति अगर एक बार में दो लाख से ज्यादा एक व्यक्ति से एक कार्य के लिए नकद लेन-देन करता है तो उस पर सौ प्रतिशत टैक्स का प्रावधान है। उन्होंने कर दाताओं से उदारतापूर्वक कर अदा करने की अपील की ताकि राष्ट्र प्रगति के पथ पर सफलतापूर्वक चल सके। इसके पूर्व चैम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष सुनील केशरी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। संवाद कार्यक्रम की शुरुआत फूलमाला में शहीद जवानों की श्रद्धांजलि से हुआ। मौके पर चैम्बर ऑफ कामर्स के सचिव शंकर साह, व्यवसायी कुंज बिहारी बंका, अरुण वर्णवाल सहित दर्जन व्यवसायी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।