एफपीओ प्रबंधन का पाठ सीखने जमुई आए झारखंड के किसान
जमुई। नाबार्ड द्वारा गठित खाद्य उत्पादक संगठन यानि एफपीओ के सहयोग से जिले में हो रही खेती की बारिकी सीखने अब झारखंड के किसान जमुई पहुंच रहे हैं।
जमुई। नाबार्ड द्वारा गठित खाद्य उत्पादक संगठन यानि एफपीओ के सहयोग से जिले में हो रही खेती की बारिकी सीखने अब झारखंड के किसान जमुई पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को झारखंड के चतरा एवं देवघर जिले से आए तकरीबन चार दर्जन किसानों ने सब्जी और मशरूम की खेती के साथ-साथ उसके विपणन की व्यवस्था को नजदीक से देखा। इस दौरान किसानों ने मां भवानी भेजीटेबल प्रोड्यूसर कंपनी एवं ब्लू पल्स फार्मर्स प्रोड्यूसर द्वारा अलग-अलग खेती का गुर जानने के लिए केवाल, नीम नवादा एवं मलयपुर में भ्रमण किया। किसान उत्पादक संगठन द्वारा की जा रही खेती एवं विपणन व्यवस्था से किसानों को अवगत कराते हुए संगठन प्रमुख नंदलाल ¨सह ने कहा कि एफपीओ मूल तौर पर किसानों का संगठन है। इसके माध्यम से किसानों और उत्पाद के खरीद के बीच किसी बिचौलिए की इंट्री नहीं हो पाती है। इसके अलावा प्रशिक्षण से लेकर उत्पादन के दौरान आने वाली परेशानियों को दूर करने में काफी सहायता मिलती है। संगठन की आमदनी में सभी सदस्यों की हिस्सेदारी होती है। उत्पादन के विपणन सहित अन्य कार्यों से अर्जित आय से जरूरत के वक्त अन्य सदस्यों को बतौर ऋण सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि नीम नवादा गांव में परम्परागत सब्जी के अलावा ब्रोकली की खेती, केवाल गांव में मशरूम की खेती तथा मलयपुर में जैविक खेती के तौर-तरीके से किसानों को अवगत कराया गया। इस दौरान किसान ललन ¨सह, मोहन केशरी, प्रियरंजन कुमार, सुशील कुमार, ¨बदेश्वरी महतो, महादेव मंडल सहित अन्य किसान मौजूद थे। मौके पर बुकार गांव में एफपीओ प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम नेहरू युवा ट्रस्ट द्वारा किसानों को प्रमाण-पत्र निर्गत किया गया।