मौसम की बेरुखी से किसान परेशान
जमुई। आद्रा नक्षत्र शुरू हो चुका है लेकिन मौसम की बेरुखी के चलते पानी की उपलब्धता नहीं के बराबर है। नतीजतन, निजी नलकूपों के सहारे किसान महंगे डीजल खरीदकर बिचड़ा डालने को विवश हैं।
जमुई। आद्रा नक्षत्र शुरू हो चुका है लेकिन मौसम की बेरुखी के चलते पानी की उपलब्धता नहीं के बराबर है। नतीजतन, निजी नलकूपों के सहारे किसान महंगे डीजल खरीदकर बिचड़ा डालने को विवश हैं। सरकारी बीज की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं। प्रखंड कार्यालय की खाक छानने के बाद भी किसानों को अनुदान आधारित बीज नहीं मिल पा रहा है, जबकि बिचौलियों की चांदी कट रही है। प्रखंड में धान का बिचड़ा डालने के लिए अनुदान आधारित बीजों की प्रतीक्षा कर रहे अधिकांश किसानों की यही शिकायत है। किसानों के लिए बनी योजनाओं का प्रचार प्रसार तक नहीं किया जाता है। जिसके चलते उन्हें इन योजनाओं की जानकारी तक नहीं मिल पाती है। कई किसानों की यह भी शिकायत है कि खरीफ महोत्सव में किसानों को भरोसा दिलाया गया था कि समय पर पर्याप्त बीज उपलब्ध करा दिया जाएगा लेकिन समय बीतने के बाद भी बीज नहीं मिलने से किसान कालाबाजारियों के हाथों बीज खरीदने को विवश हैं। किसानों के लिए चलाई जा रही बीज ग्राम योजना, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना यहां फिसड्डी साबित हो रही है।
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कहते हैं किसान
भौड़ गांव के गणेश ¨सह, परमानंद यादव, राजेन्द्र रावत, चौहानडीह के निर्भय ¨सह, कृष्णा ¨सह तथा घनबेरिया के केदार ¨सह ने बताया कि किसानों को अनुदान पर दी जाने वाली बीज उंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। किसानों ने कहा कि कालाबाजारी में बीज खरीदने पर 300-400 रुपये देना पड़ रहा है। साथ ही कहा कि अनुदान पर दिए जाने वाले बीज की मात्रा को बढ़ाए जाने की जरूरत है।
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कोट
प्रखंड मुख्यालय में शिविर लगाकर किसानों के बीच खरीफ फसल के लिए बीज का वितरण किया जा रहा है। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ किसानों को मिले, इसके लिए कृषि विभाग तत्पर है।
- रामनारायण ¨सह, बीएओ, खैरा।