गिद्धौर महोत्सव आज, सजधज कर तैयार हुआ स्टेडियम
जमुई। गिद्धौर में दुर्गा पूजा का ऐतिहासिक महत्व है। कभी चंदेल वंशज ने यहां की परंपरा को जीवित रखा तो कभी स्व. दिग्विजय ¨सह ने गिद्धौर महोत्सव को देश में ख्याति दिलाकर यहां की परंपरा को आगे बढ़ाया।
जमुई। गिद्धौर में दुर्गा पूजा का ऐतिहासिक महत्व है। कभी चंदेल वंशज ने यहां की परंपरा को जीवित रखा तो कभी स्व. दिग्विजय ¨सह ने गिद्धौर महोत्सव को देश में ख्याति दिलाकर यहां की परंपरा को आगे बढ़ाया। आज भी यहां की कमेटी इसे आगे बढ़ा रही है। सरकार ने भी साथ दिया और गिद्धौर महोत्सव को नया रूप देने में जुट गए। कुमार सुरेंद्र ¨सह स्टेडियम में दो दिवसीय गिद्धौर महोत्सव को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसी स्टेडियम से सटा है चंदेल वंशज का ऐतिहासिक किला और स्व दादा की लाल कोठी। 15 अक्टूबर को इसी स्टेडियम में तृप्ति शाक्या व अभिजीत सरकार एंड ग्रुप के साथी कलाकार द्वारा नृत्य व संगीत कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी। मशहुर गायिका की आवाज आज महलों से टकराएगी। किला में चंदेल वंशज के अंतिम राजा कुमार मौजूद हैं। वे परंपरा के अनुसार पूजा में भाग लेंगे। 16 अक्टूबर को सबा परवीन एवं दिलबर साबरी द्वारा शानदार कव्वाली मुकाबला की प्रस्तुति की जाएगी बताते चलें कि उक्त कार्यक्रम में कई गणमान्य उपस्थित रहेंगे। वहीं कार्यक्रम को लेकर फ्यूचर बीज एडवरटाइ¨जग टीम मदन ¨सह, नीरज ¨सह, संजय ¨सह द्वारा कार्यक्रम को लेकर सारी विधिवत तैयारियां पूर्ण कर रही है। वहीं कार्यक्रम स्थल पर प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार द्वारा कार्यक्रम की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।