जदयू की बैठक में बूथ स्तर पर संगठन तैयार करने का निर्देश
जमुई। स्थानीय सर्किट हाउस में गुरुवार को प्रखंड जदयू की बैठक अध्यक्ष राजीव रंजन वर्मा की अध्य
जमुई। स्थानीय सर्किट हाउस में गुरुवार को प्रखंड जदयू की बैठक अध्यक्ष राजीव रंजन वर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पंचायत अध्यक्ष और पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। मौके पर पार्टी की मजबूती के लिए आगामी 18 नवंबर से बूथ स्तर पर जाकर संगठन तैयार करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए पंचायत अध्यक्षों को विशेष निर्देश दिए गए। विधानसभा प्रभारी सत्यप्रकाश चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं को अभी से ही विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता नीतीश कुमार है। पार्टी कार्यकर्ताओं को खास निर्देश देते हुए विधानसभा प्रभारी ने कहा कि जो भी पार्टी का टिकट लेकर आएंगे, वही नीतीश कुमार के सिपाही होंगे। राजीव रंजन वर्मा ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर आस्था और विश्वास रखने वाले कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर जिम्मेवारी दी जाएगी।
मौके पर जिप सदस्य गोविद चैधरी, राजीव रंजन पांडेय, प्रहलाद रावत, कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र पासवान, महेन्द्र सिंह, शिवजी केशरी, नीरज नगीना, मंटु उपाध्याय, रंजीत राय, सुमित चैधरी, जयदेव दास, कांग्रेस दास, टिपु राय, शिवपूजन सहाय, कांशी झा, मिथलेश राय, रोहित राय, नकुल यादव, दिलिप राय, प्रेम वर्मा, गोपाल सिंह, नरेश वर्मा आदि मौजूद थे।
बैठक में सुमित-संजय के समर्थन में लगे नारे
चन्द्रमंडी : जदयू की बैठक में गुरूवार को प्रारंभ से ही अंदर ही अंदर कार्यकर्ताओं में तल्खी दिखी जो आखिरकार सतह पर आ गई। बैठक के बीच में ही पूर्व विधायक सह जदयू नेता सुमित कुमार सिंह एवं राजद कोटे के विधान पार्षद के समर्थन में सर्मथकों ने नारेबाजी की। इस दौरान कुछ देर के लिए बैठक में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। बाद में मौके की नजाकत को देखते हुए वरीय नेताओं ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। बताया जाता है की विधान पार्षद के भी कई सर्मथक जदयू की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान यह वाकया हुआ। राजनीतिक जानकारों की मानें तो बैठक की ये तल्खी लंबे समय तक जारी रही तो पार्टी को आगामी चुनावों में नुकसान हो सकता है। इधर, जदयू प्रखंड अध्यक्ष राजीव रंजन वर्मा ने कहा की जदयू बड़ा परिवार है। बड़ा परिवार में थोड़ा खटपट हो ही जाता है। वैसे सभी कार्यकर्ता एकजुट हैं।