दीपावली में मिलावट कारोबार करने वाले भी हैं सक्रिय
जमुई। दीपावली को देखते हुए अब लोगों का रुख बाजार की ओर है। इलेक्ट्रॉनिक्स सामान से लेकर मिठाई व अन्य सामान की खरीद को लेकर लोगों में उत्साह दिखने लगा है।
जमुई। दीपावली को देखते हुए अब लोगों का रुख बाजार की ओर है। इलेक्ट्रॉनिक्स सामान से लेकर मिठाई व अन्य सामान की खरीद को लेकर लोगों में उत्साह दिखने लगा है। वहीं मिलावट का कारोबार करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। मजे की बात है कि सिर्फ दीपावली में छापेमारी के लिए पहुंचते हैं फुड इंस्पेक्टर। त्योहारों के मौके पर मिलावटी मिठाइयों का कारोबार होने की संभावना को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सचेत रहने की भी जरूरत है। ऐसे में मिठाइयों की खरीद करते समय दुकानों की चमक दमक पर कतई न जाएं तथा सोच समझकर ही मिठाइयां खरीदें। दीपावली के मौके पर मिठाइयों की मांग अधिक बढ़ जाती है। मिठाई बेचने वाले कारोबारी भी इस मौके को अपने हाथ से जाने देना नहीं चाहते। वे मुनाफाखोरी से लेकर मिलावट तक का काम करते हैं। ऐसे में बाजार से मिठाई खरीदने के पूर्व उसे परख लें। बाजार में बिक रही मिठाइयों में खोवा से लेकर मेवा व घी भी घटिया व नकली हो सकते हैं। विशेष तौर पर दीपावली के मौके पर मिठाइयों की मांग बढ़ने से इसमें मिलावट भी बढ़ जाती है। इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की मानें तो दीपावली के समय दूध से लेकर खोवा के दाम बढ़ जाते हैं। मौजूदा समय में दूध की कीमत 30 से 40 रुपये प्रति लीटर है। एक लीटर दूध में 180 से 200 ग्राम तक खोवा निकल पाता है। इस प्रकार एक किलोग्राम खोवा की कीमत ही 220 से 240 रुपये आती है। ऐसे में अगर खोवा की मिठाई की कीमत कम है तो उसमें मिलावट की संभावना से इनकर नहीं किया जा सकता।
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कोट
दीपावली पर घर में बनाई जाने वाले मिठाइयों का प्रयोग बेहतर है। घटिया किस्म की मिठाइयां खाने से कैंसर, हृदय रोग तथा नस जनित रोग के अलावा एसिडीटी जैसी बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसे में लोगों को घटिया किस्म की मिठाइयों से बचने की जरूरत है।
डॉ. अंजनी कुमार सिन्हा, सदर अस्पताल, जमुई