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आशा कार्यकर्ताओं की तालाबंदी से चिकित्सा सेवा प्रभावित

जमुई। अपने विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड के सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर रेफरल अस्पताल परिसर में धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 07:25 PM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 07:25 PM (IST)
आशा कार्यकर्ताओं की तालाबंदी से चिकित्सा सेवा प्रभावित
आशा कार्यकर्ताओं की तालाबंदी से चिकित्सा सेवा प्रभावित

जमुई। अपने विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड के सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर रेफरल अस्पताल परिसर में धरना दिया। इसके उपरांत उग्र प्रदर्शन करते हुए अस्पताल में ताला लगा दिया जिससे इलाज कराने आए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सिर्फ इमरजेंसी सेवा को आशा कार्यकर्ताओं ने बहाल रखा। प्रखंड आशा संघ की अध्यक्ष ललिता देवी ने कहा कि लोगों ने अपने 18 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 15 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ किया जिसमें तीन प्रमुख मांगे हैं। पहली मांग आशा का मानदेय 18 हजार किया जाए, दूसरी मांग हम लोगों को 60 वर्ष तक नौकरी करने का अधिकार मिले, यानी 60 के बाद ही सेवा से रिटायर किया जाए, वहीं रिटायर के बाद एक सम्मानजनक पेंशन की राशि मिले क्योंकि हम लोगों को किसी भी सरकारी सेवक से अधिक काम करना पड़ता है। जब तक हमारी मांगे सरकार मान नहीं लेती तब तक हड़ताल के साथ रेफरल अस्पताल में ताला लगा रहेगा। वहीं अस्पताल में ताला लग जाने के कारण अपना इलाज कराने आए मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा और बिना इलाज कराए उन्हें वापस लौटना पड़ा। इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। मौके पर सुनीता देवी, बबिता सिन्हा, सुनीता सिन्हा, कलावति देवी, पार्वती देवी, माधुरी देवी, मंजू देवी, अनीता देवी, ¨पकी देवी, सोनी देवी, उषा देवी, जहरी देवी, रीना देवी, निरिया देवी समेत सैकड़ों आशा मौजूद थीं।

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