मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना में जिला रहा राज्य में आगे
जमुई। सरकार द्वारा पंचायतों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की दूरस्थ आबादी को परिवहन सेवा उपलब्ध कराने को लेकर सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की है।
जमुई। सरकार द्वारा पंचायतों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की दूरस्थ आबादी को परिवहन सेवा उपलब्ध कराने को लेकर सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर राज्य स्तर पर आनलाइन आवेदन आमंत्रित किया गया। योजना का उद्देश्य पंचायत के दूरस्थ आबादी को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने के साथ एससी एसटी वर्ग के युवाओं को रोजगार प्रदान करना है। इसमें राज्य के सभी जिलों के पंचायत से पांच आवेदकों का चयन करना है। जिसके तहत जमुई जिले के 153 पंचायतों से 765 आवेदकों का लक्ष्य रखा गया। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में सभी जिलों से कुल 25635 आवेदन प्राप्त हुए हैं जो लक्ष्य का 61 प्रतिशत है जिसमें सर्वाधिक आवेदन जमुई एवं सबसे कम आवेदन औरंगाबाद जिले से प्राप्त हुआ है। आंकड़े के अनुसार जमुई जिले में निर्धारित लक्ष्य 765 के विरुद्ध 1078 आवेदन प्राप्त हुए जो निर्धारित लक्ष्य का 141 प्रतिशत है वहीं औरंगाबाद जिले से निर्धारित लक्ष्य 1020 के विरुद्ध मात्र 300 आवेदन प्राप्त हुए जो लक्ष्य का मात्र 29 प्रतिशत है। प्राप्त आवेदनों का प्रखंड कार्यालय द्वारा पंचायतवार अलग-अलग लाभुकों की वरीयता सुची तैयार की जाएगी। तत्पश्चात प्रखंड स्तरीय समिति इस वरीयता सूची को अनुमंडल स्तरीय चयन समीति को अंतिम चयन को लेकर अनुशंसित करेगी।
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कोट-
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत राज्य में सर्वाधिक आवेदन जमुई जिले से प्राप्त हुआ है जो निर्धारित लक्ष्य से काफी ज्यादा है। इस योजना से परिवहन सुविधा के साथ-साथ युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे।
रवि कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी