जल को पीने लायक बनाने को लेकर कार्यशाला का आयोजन
स्थानीय समाहरणालय के सभाकक्ष में गुरुवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार की अध्यक्षता में पानी को शुद्ध तथा चापाकल कुआं के जल को पीने लायक बनाने को सामुदायिक स्वछता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौके पर पानी को शुद्ध करने ओआरएस घोल बनाने का तरीका तथा बाढ़ के पहले तथा बाद में किए जाने वाले कार्याें के बारे मे विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद
स्थानीय समाहरणालय के सभाकक्ष में गुरुवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार की अध्यक्षता में पानी को शुद्ध तथा चापाकल, कुआं के जल को पीने लायक बनाने को सामुदायिक स्वच्छता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौके पर पानी को शुद्ध करने, ओआरएस घोल बनाने का तरीका, तथा बाढ़ के पहले तथा बाद में किए जाने वाले कार्याें के बारे मे विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। कार्यशाला में पीने के पानी को साफ करने की तरीका के बारे में पीएचईडी रसायनज्ञ शुभंकर कुमार विश्वास द्वारा बताया गया कि चापाकल के पानी को शुद्ध करने के लिए दियासलाई का डब्बा को पानी में घोल ब्लिचिग पाउडर बना कर लगभग 15 मिनट के बाद चापाकल के हेड को खेल कर ब्लिचिग पानी की घोल को डालेंगे। ब्लिचिग पाउडर को रात में घोल कर चापाकल में डालें तथा रात भर इसे छोड़ कर सुबह में 15 मिनट तक चापाकल को चला कर इसे पीने का काम में ला सकते है। इसी प्रकार पीने के पानी को शुद्ध करने के लिए हैलोजन की एक गोली को 15 से 20 लीटर पानी में डाल कर इसे अच्छी तरह मिला देंगे और आधे घंटे तक ढक्कर इसे छोड़ देंगे तथा इसे पीने के कार्य में लाया जा सकता है। एनसीडीओ के डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव ने खाने के पहले, बाद, शौच के बाद हाथ धोने के तरीके के बारे में बताया गया। कार्यशाला में बताया गया कि 17 सेकेंड से कम हाथ को साबुन अथवा हैंडवाश से नहीं धोना है। मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, आलोक कुमार, जिला एपीडेमिट, बीआरपी,संकुल्य समन्वयक, कार्यक्रम पदाधिकारी, मध्याह्न भोजन योजना सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।