जब अरवल में टूट गया था लालू प्रसाद का मंच
जहानाबाद। पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 248 जनसभाएं करने वाले लालू प्रसाद इस बार जेल में रहन
जहानाबाद। पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 248 जनसभाएं करने वाले लालू प्रसाद इस बार जेल में रहने के कारण चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे। बीते विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद महागठबंधन में शामिल नीतीश कुमार की अगुआई में बनी सरकार के किग मेकर की भूमिका में नजर आए थे। इन सभी राजनीतिक मसलों के बीच आमअवाम में लालू प्रसाद के बोलने का अपना ठेठ अंदाज खूब पसंद किया जाता रहा है। इस बार चुनावी हलचल तो है लेकिन लालू प्रसाद पर्दे के पीछे हैं। 13 अक्टूबर 2015 को अरवल जिले के मधुबन मैदान में आयोजित राजद सुप्रीम लालू प्रसाद की चुनावी सभा के मंच का एक हिस्सा क्षमता से अधिक लोग होने के कारण टूट गया था। इसमें राजद प्रमुख बाल-बाल बच गए थे। मंच टूटने से सभा स्थल पर थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल रहा, लेकिन बाद में कुछ लोगों को मंच से नीचे उतार दिया गया। इसके बाद लालू ने सभा को संबोधित किया। राजद प्रमुख अवरल विधानसभा क्षेत्र से अपने पार्टी के प्रत्याशी रवीन्द्र सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने आये थे। बाद में सभा को संबोधित करते हुए लालू ने मजाकिया लहजे में कहा था कि उनके जैसे अच्छे आदमी को कुछ नहीं होता, लेकिन जिन्होंने गलत किया है वे सजा पाएंगे। मंच टूटने की घटना और लालू प्रसाद द्वारा ठेठ अंदाज में इस पर दिए गए प्रतिक्रिया आज भी लोगों को याद है ।भले ही इस घटना के पांच साल हो गए हो लेकिन इस बार फिर विधानसभा चुनाव के शंखनाद होने पर पुरानी यादें जेहन में ताजा हो रही है। मंच टूटने पर राजद सुप्रीम ने कार्यकर्ताओं को जिस अंदाज में डांट पिलाई थी उससे लोग दुखी होने के बजाय उत्साहित हुए थे। मधुबन का मैदान लालू प्रसाद के इस खास अंदाज का गवाह तो बना ही सभा में मौजूद लोग आज भी इस बात को याद कर अपनी हंसी नहीं रोक पाते हैं।