दो सौ मीटर पर जलमीनार, फिर भी गहराया पेयजल संकट
जहानाबाद। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रांकुशानगर बाजार समिति थाना रोड समेत बाजार के कई जगहो
जहानाबाद। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रांकुशानगर, बाजार समिति, थाना रोड समेत बाजार के कई जगहों पर पेयजल की आपूर्ति नहीं होने और हैंडपंप और कुएं से पानी नहीं निकलने के कारण पेयजल संकट काफी गहराता जा रहा है। जहानाबाद रोड में बसे प्रांकुशानगर, लक्ष्मी-नारायण मंदिर, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान जैसे कई महत्वपूर्ण शिक्षण और धार्मिक संस्थान होने के बावजूद इस इलाके में नल-जल योजना का कनेक्शन नहीं किया गया है। सबसे हैरानी की बात है कि वर्ष 2011 से ही इस इलाके से सटे दो सौ मीटर पर जलमीनार स्थापित है। चिराग तले अंधेरा की कहावत यहां प्रत्यक्ष रूप से चरितार्थ हो रहा है। जलमीनार के दो सौ मीटर क्षेत्र में ही कई इलाकों में जलापूर्ति पाईप नहीं बिछाया गया है।मुकेश कुमार ने बताया कि पीएचईडी विभाग ने इस क्षेत्र में जान बूझकर जलापूर्ति पाईप लाईन नहीं बिछाया है।
स्थानीय लोगों का कहना है की जलमीनार में लिकेज होने के कारण उसमें पानी भरता ही नहीं है। विभाग द्वारा पिछ्ले कई वर्षों से इसकी लीपापोती की जा रही है।
सबसे हैरानी की बात तो यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग जहां भीषण जलसंकट से लोग परेशान हैं वहीं हजारों लीटर पानी नल के प्वाइंट से दर्जनों स्थल पर दिनभर बहते रहता है। बाजार के शंकर प्रसाद ने बताया कि थाना रोड में लगभग आधा दर्जन चापाकल ऐसा है जो भू जल स्तर नीचे जाने के कारण फेल हो गया है। उसे सिलिडर और पाईप जोड़कर चालू किया जा सकता है। लेकिन बीडीओ को कई बार आवेदन देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। स्थानीय लक्ष्मी नारायण मंदिर में आवासीय रहने वाले पंड़ित उदय शर्मा बताते हैं कि मंदिर परिसर का कुआं सुख गया है। एकएक कर चापाकल भी जबाव देने लगा है। मंदिर परिसर में लगभग 100 से अधिक आवासीय छात्र रहते हैं जिनको पेयजल का सामना करना पड़ रहा है। रामनवमी के अवसर पर लक्ष्मीनारायण मंदिर और आसपास के इलाके में श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है ।उनके समक्ष भी नहाने और पेयजल की समस्या होगी।