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हैलोजन टैबलेट डालकर ही पीने का पानी का करें प्रयोग

जहानाबाद। स्थानीय समाहरणालय के सभाकक्ष में गुरुवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को मुहैया कराए जा रहे सहायता के बारे में पत्रकारों को विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 28 सितंबर को मौसम विभाग से यह जानकारी मिली थी कि जिले में अत्याधिक बारिश हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 09:32 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 08:20 AM (IST)
हैलोजन टैबलेट डालकर ही पीने का पानी का करें प्रयोग
हैलोजन टैबलेट डालकर ही पीने का पानी का करें प्रयोग

जहानाबाद। स्थानीय समाहरणालय के सभाकक्ष में गुरुवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को मुहैया कराए जा रहे सहायता के बारे में पत्रकारों को विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 28 सितंबर को मौसम विभाग से यह जानकारी मिली थी कि जिले में अत्याधिक बारिश हो सकती है। उन्होंने बाढ़ से सामना करने के लिए पहले से ही आपदा विभाग के प्रधान सचिव से संपर्क कर दो वोट के साथ 12 एसडीआरएफ के लोगों को तैनात कर दिया गया था। उनलोगों ने एसडीओ निवेदिता कुमारी तथा डीसीएलआर सह आपदा विभाग के प्रभारी शिवगतुल्ला के नेतृत्व में जाफरगंज मोहल्ले में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया। जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ित क्षेत्र के लोगों से पीने के पानी में हैलोजन टैबलेट मिलाकर प्रयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपलोग की सुविधा के लिए प्रत्येक सरकारी अस्पताल में यह दवा उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने कहा कि 20 लीटर पानी में एक टैबलेट मिलाकर पीने से इंफेक्शन की खतरा नहीं होता है। डीएम ने शिक्षा विभाग के बीआरसी कर्मियों से प्रत्येक विद्यालय के चापाकल में एक-एक टैबलेट डालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ में फंसने से किसी की मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सक भ्रमण कर लोगों का इलाज करेंगे। चिकित्सक पहले से बीमार लोगों को प्राथमिकता के आधार पर उपचार करेंगे। क्योंकि बीमार लोगों में बाढ़ से ज्यादा इंफेक्शन होने का डर रहता है। उन्होंने कहा कि पुनपुन नदी का जल स्तर बढ़ने से रतनी प्रखंड का कुछ इलाका अभी भी जल से घिरा है। उन इलाकों पर नजर रखा जा रहा है। बाढ़ से क्या-क्या हुआ है प्रभावित जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ से 43 पंचायत,20 वार्ड तथा 41 गांव प्रभावित हुआ है। 7380 परिवार के 44323 व्यक्ति इस आपदा की चपेट में आ गए हैं। रतनी में 300,काको में 90 तथा सदर प्रखंड में 600 लोग विस्थापित किए गए है। रतनी में दो पशु की मौत भी हो गई है। अभी तक 592 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। इसके अलावा आकलन कराया जा रहा है। क्षतिग्रस्त मकानों की सूची बनाकर उन्हें सरकार के निर्देशानुसार मुआवजा की राशि दी जाएगी। उनलोगों को अभी तत्काल पोलीथिन मुहैया कराई जा रही है। क्षतिग्रस्त मकानों की सूची बीडीओ तथा सीओ को बनाने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने कहा कि जहानाद में एसडीओ,रतनी फरीदपुर में एडीएम अरबिद मंडल,मखदुमपुर में डीडीसी मुकुल कुमार गुप्ता तथा मोदनगंज में भूअर्जन पदाधिकारी सत्यप्रकाश को प्रभारी बनाया गया है। इनलोगों के निर्देशन में इलाके का क्षतिग्रस्त का आकलन किया जा रहा है। इन जगहों पर संचालित है राहत शिविर अत्याधिक बारिश से जिले में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जिले के विभिन्न प्रखंड में सात जगहों पर राहत शिविर की स्थापना की गई है। सदर में जहानाद कॉलेज जहानाबाद, जाफरगंज विद्यालय,अल्पसंख्यक छात्रावास, रतनी के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर,धानाडिहरी , रघुनीचक तथा काको के सैदाबाद में राहत शिविर कैंप का आयोजन किया गया है। इसमें से जाफरगंज में संचालित राहत शिविर को बंद कर दिया गया है। इन राहत शिविर में मौजूद बाढ़ पीड़ितों को उनके मनपसंद लायक भोजन दिया जा रहा है। बच्चे के लिए दूध की भी व्यवस्था की गई थी। जिले के रतनी में 1350,काको 110, मखदुमपुर 876 तथा सदर में 765 सूखा राहत पैकेट का वितरण किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि फिलहाल रतनी प्रखंड के सोहरैया पंचायत के लोग चारों तरफ से पानी से घिर गए हैं। उनलोगों की सहायता के लिए एडीएम के नेतृत्व में एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि वे लोग घर से बाहर आना चाहते हैं तो उनलोगों को सुरक्षित राहत शिविर में पहुंचाया जाएगा।

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