सुबह से शाम तक जाम से हलकान रहे लोग
यूं तो जाम की समस्या नासूर बन गई है लेकिन कभी-कभी स्वत: यहां के लोगों को इस समस्या से राहत मिल जाती है। हालांकि कई ऐसी स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है कि सड़कों पर पैदल आना जाना भी मुश्किल हो जाता है।
जहानाबाद । यूं तो जाम की समस्या नासूर बन गई है लेकिन कभी-कभी स्वत: यहां के लोगों को इस समस्या से राहत मिल जाती है। हालांकि कई ऐसी स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है कि सड़कों पर पैदल आना जाना भी मुश्किल हो जाता है। एंबुलेंस को भी पार करना मुश्किल होता है जबकि पटना से गया आने जाने वाले विदेशी मेहमानों को भी कभी इस जाम की समस्या झेलनी पड़ती है। यही समस्या बुधवार को यहां के लोगों को झेलनी पड़ी। आंखें खुलते ही एनएच-83 तथा 110 पर जाम की समस्या से हलकान होना पड़ा। जाम के कारण एक ओर जहां पटना-गया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-83 पर वाहनों की लंबी कतार लग गई वहीं जहानाबाद-अरवल एनएच-110 की स्थिति भी भयावह रही। राजाबाजार रेलवे अंडरपास के समीप यह स्थिति कायम थी कि दो पहिए क्या लोगों को पैदल आवाजाही करने में भी परेशानी हो रही थी। राजाबाजार में जाम के कारण तीज पर्व में लगी महिलाओं को खरीददारी के लिए आने जाने में भी काफी परेशानी हुई। स्थिति यह उत्पन्न हो गई थी कि जो लोग बसों पर सवार होकर अरवल, कुर्था तथा करपी आदि जगहों से आ रहे थे उनलोगों को राजाबाजार में ही उतर जाना पड़ रहा था। जिनके पास बच्चे थे या फिर भारी भरकम सामान था वे लोग तो इस भीषण गर्मी में पानी-पानी हो गए। एक तो सड़कों पर वाहनों की भीड़ वहीं संकीर्ण रास्ते के दोनों ओर ठेला खोमचे की दुकानें सजी थी। इसके कारण लोगों को पैदल आने जाने में भी परेशानी हो रही थी। खासकर दोपहर में जब निजी विद्यालयों में छुट्टी हुई तो यह समस्या और विकराल रूप धारण कर लिया। छोटे-छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी में भूखे प्यासे बसों में बिलबिलाते रहे। लोगों का कहना है कि ¨सगल अंडरपास तथा परिवहन नियमों की अवहेलना के कारण भी यह समस्या उत्पन्न हो रही है। हालांकि राजाबाजार रेलवे अंडरपास के समीप एक और अंडरपास का निर्माण होना है। इसकी तैयारी भी चल रही है। संभव है कि यदि एक और अंडरपास का निर्माण हो जाता है तो शायद लोगों को इस समस्या से निजात मिल सकती है।