बाढ़ प्रभावितों को पूरी तत्परता से उपलब्ध कराएं राहत : सांसद
जहानाबाद। जिला अतिथि गृह के सभागार में मंगलवार को सांसद चन्द्रेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में मंगलवार को जिले में आई बाढ़ की समीक्षा की गई। उन्होंने पदाधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाने को कहा। कहा कि जो प्रभावित व्यक्ति है वे किसी भी रूप में राहत सहायता से वंचित न रहें इसका ध्यान रखा जाए।
जहानाबाद। जिला अतिथि गृह के सभागार में मंगलवार को सांसद चन्द्रेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में मंगलवार को जिले में आई बाढ़ की समीक्षा की गई। उन्होंने पदाधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाने को कहा। कहा कि जो प्रभावित व्यक्ति है, वे किसी भी रूप में राहत सहायता से वंचित न रहें, इसका ध्यान रखा जाए।
सांसद ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा राहत वितरण तथा जो लोग पानी से घिरे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में तत्परता बरत रही है। पानी से घिरे हुए गांव तथा शहरी क्षेत्रों में पीने का पानी पहुंचाने की आवश्यकता है। सूखा खाद्य वितरित कराने की भी आवश्यकता है। पानी के जमाव के कारण जहां बांध टूटा है, उसकी मरम्मत कराने की आवश्यकता है। पानी के कारण टूटी सड़कों की भी मरम्मत भी की जाए। पानी घटने की स्थिति में बीमारी से बचाव के लिए ब्लिचिग पाउडर का छिड़काव करें ताकि बीमारियों के प्रकोप से लोगों को कोई क्षति नही हो। पानी में क्लोरिन टैबलेट की जरूरत बताते हुए सांसद ने इस कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग को पहल करने का निर्देश दिया ।
जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि जिले सबसे अधिक प्रभावित सदर प्रखंड है, जहां नगर परिषद के सभी वार्ड प्रभावित है। सदर प्रखंड अंतर्गत गानवां पंचायत पूरी तरह प्रभावित है। इस प्रखंड में बाढ़ से 18 हजार व्यक्ति प्रभावित है। उसके बाद दूसरे स्थान पर मखदुमपुर प्रखंड के 12 हजार तथा दो हजार परिवार प्रभावित है। जहानाबाद में तीन सामुदायिक रसोई घर तथा मखदुमपुर में एक सामुदायिक रसोई घर चल रहें है, जहां प्रभावित लोगों के लिए बना हुआ खाना मुहैया कराया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के कुल 23 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है। काको तथा रतनी फरीदपुर प्रखंड में सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है। काको में 800 परिवार प्रभावित हैं, जिसमें तीन पंचायत,चार गांव आंशिक रूप से प्रभावित है। जिले के जहानाबाद, मखदुमपुर, काको, घोषी, मोदनगंज, रतनी फरीदपुर बाढ़ से प्रभावित है तथा हुलासगंज में स्थिति सामान्य है।
जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे मुखिया तथा वार्ड सदस्य की बैठक बुलाकर राहत वितरण के संबंध में उन्हें विस्तार से बताये। साथ हीं प्रभावित परिवारों, घरों के बारे में समीक्षा करते हुए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर जिला को भेजें। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जहानाबाद शहरी क्षेत्र में जहां पानी लगा है, वहां एसडीआरएफ. टीम की मदद से सूखा राशन तथा पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है। राहत शिविर में लगभग चार सौ लोग ठहरें हुए है। उन्होंने बताया कि लगभग 150 कच्चा मकान गिरने की सूचना प्राप्त है। सदर में 12, काको में छह, मखदुमपुर में 90, घोषी में 10, मोदनगंज में 35 तथा रतनी फरीदपुर में 12 कच्चा मकान गिरने की सूचना मिली है। साथ हीं तीन व्यक्ति के मरने की सूचना है। उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी को प्रभावितों के बारे में सूचना एकत्र करने का निर्देश दिया गया ताकि और अधिक सहायता पहुंचाई जा सके। विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सूदय यादव ने बताया कि मोरहर तथा दरधा नदी के जल स्तर में कमी हो रही है। प्रभावित परिवारों के बीच राहत कार्य में और अधिक तेजी लाने की आवश्यकता है, जहां लोग पानी से घिरे हैं, वहां सूखा राशन, पीने का पानी इत्यादि वितरित कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा राहत कार्य वितरण में अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों से अनुरोध किया कि राहत वितरण कार्य को पारदर्शी तरीके से चलाया जाए। उन्होंने कहा कि वे जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी, राहत प्रभारी सहित अन्य पदाधिकारियों के निरंतर संपर्क में है तथा क्षेत्र में जा कर राहत कार्य का जायजा ले रहें है। उप विकास आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि मखदुमपुर पंचायत के पांच पंचायत प्रभावित है। जहानाबाद के बाद मखदुमपुर प्रखंड सबसे अधिक प्रभावित है। बैठक में पुलिस अधीक्षक मनीष, अनुमंडल पदाधिकारी निवेदिता कुमारी, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिन्हा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।