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विधायकों को लिखित रूप में उपलब्ध कराएं आपदा से संबंधित आंकड़ा : प्रभारी मंत्री

जहानाबाद। ाज्य के लघु जल संसाधन विभाग एवं अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डा. संतोष कुमार सुमन की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा एवं अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति से निजात के लिए समाहरणालय में पदाधिकारियों एवं अभियंताओं के साथ बुधवार को बैठक आयोजित की गई। मंत्री तथा विधायकों का जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय द्वारा स्वागत किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 11:26 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 11:26 PM (IST)
विधायकों को लिखित रूप में उपलब्ध कराएं आपदा से संबंधित आंकड़ा : प्रभारी मंत्री
विधायकों को लिखित रूप में उपलब्ध कराएं आपदा से संबंधित आंकड़ा : प्रभारी मंत्री

जहानाबाद। राज्य के लघु जल संसाधन विभाग एवं अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डा. संतोष कुमार सुमन की अध्यक्षता में बाढ़, आपदा एवं अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति से निजात के लिए समाहरणालय में पदाधिकारियों एवं अभियंताओं के साथ बुधवार को बैठक आयोजित की गई। मंत्री तथा विधायकों का जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय द्वारा स्वागत किया गया। मंत्री ने रतनी फरीदपुर प्रखंड के गोनवां, करौता, कालोपुर स्थानों का निरीक्षण भी किया। परिसदन में प्रेसवार्ता भी की। बैठक में उन्होंने पदाधिकारियों को सही आंकड़ा विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मंत्री ने विधायकों को आश्वासन दिया कि आप सभी की बातों को मुख्यमंत्री तक रखा जाएगा। वे काफी संवेदनशील है। उन्होंने डीएम को लिखित रूप से विधायकों को आपदा से संबंधित आंकड़ा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कहा कि सर्पदंश की समस्या के पीड़ित व्यक्ति को लाभ दिया जाए। आपदा से निपटने के लिए सजग रहने का निर्देश दिया। कहा कि माइक्रो प्लान तैयार कर आपदा प्रबंधन विभाग से समन्वय स्थापित करें।

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डीएम ने मंत्री को पीपीटी के माध्यम से बाढ़ पूर्व तैयारी से संबंधित जानकारी दी डीएम ने कहा कि ''यास'' चक्रवात से 64 लोगों को गृह क्षति हुई है। सभी का अभिलेख स्वीकृत अनुमंडल स्तर से कर दिया गया है। कुल 21 गोताखोर र्ह। 1200 पालीथिन शीट्स उपलब्ध हैं। बाढ़ से निपटने के लिए 56 स्थानों को मानव शरण स्थल के रूप में चिह्नित किया गया है। वहीं, पशु शरण स्थल के लिए 21 ऊंचे स्थानों को चिह्नित किया गया है। कैटल ट्रफ 10 है तथा भू-जल स्तर 21'.05'' है। सरकारी एवं गैर सरकारी मानव बल 291 अंचल स्तरीय प्रतिनियुक्त किया गया है। पशुपालन विभाग द्वारा 44 की प्रतिनयुक्ति की गई है। संचार योजना में शामिल पदाधिकारी, कर्मी एवं स्वयं सेवक अंचल स्तर पर 27, आश्रय स्थल स्तरीय 102 है। बाढ़ के लिए अक्राम्य स्थल की संख्या 21 है। बालू संग्रहण स्थल फल्गू, भुतही, बेलदईया नदी में करना पड़ता है, जिसमें घोषी में 6, मोदनगंज में 6, मोदनगंज में पांच एवं रतनी फरीदपुर में चार है। 769 वृद्धजन जो 80 से ऊपर है तथा 552 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की संख्या है। 392 दिव्यांगजन को चिह्नित किया गया है। 600 कच्चा घर में रहने वालों को चिह्नित किया गया है। नदियों में पानी आने से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति के फलस्वरूप 17 गांव व टोला प्रभावित हुआ है।विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव ने बाढ़ से संबंधित आंकड़ा प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने के लिए कहा। मखदुमपुर विधायक सतीश दास ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में पशु बहने की सूचना मिली है।आपदा के तहत लाभुकों को लाभ देने की अपील की। घोषी विधायक रामबली सिंह यादव ने आंकड़ा को देख कर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 2017 मे तीन पंचायत पूरी तरह बाढ़ के पानी से डूबा हुआ था, परंतु इस आंकड़ा मे नहीं है।


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